- कानपुर बैंक डकैती के बाद भी शहर के बैंकों की सुरक्षा भगवान भरोसे, वर्किंग ऑवर में भी नहीं दिखते पुलिसकर्मी

- कैशवैन के साथ चलते हैं प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड

सीन-वन

नदेसर मस्जिद के सामने ही एक प्राइवेट बैंक है। करोड़ों रुपये का लेन-देन होता है। मगर, सिक्योरिटी के नाम पर कुछ ठोस इंतजाम नहीं है। लोकल थाना लेवल से फैंटम दस्ते को निगरानी के लिए निर्देशित किया गया है। पर वो बैंक के आस-पास खोजने से भी नहीं मिलते।

सीन-टू

वरूणापुल रोड से नदेसर रोड पर ही स्थित एक बैंक का डिविजन ऑफिस है। मगर, सिक्योरिटी के नाम पर सब हवाहवाई है। लबे रोड स्थित बैंक के अंदर-बाहर सिक्योरिटी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। यही नहीं, वर्किंग ऑवर में भी बहुत रेयर ही दिखते हैं पुलिसकर्मी।

पुलिस का दावा है हवाहवाई

यह दो सीन सिर्फ यह बताने के लिए काफी है कि शहर के बैंकों की सिक्योरिटी राम भरोसे ही है। कानपुर में यूनियन बैंक का लॉकर काटकर करोड़ों की डकैती ने बैंकों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया। बडे़ पैमाने पर हुई बैंक डकैती के बाद तो हेडक्वार्टर लेवल से बैंकों की सिक्योरिटी टाइट करने के लिए विशेष तौर पर निर्देशित भी किया गया है। घाव हरा-हरा जरूर है लेकिन बैंकों में पहरा उतना प्रभावी नहीं है। पुलिस जरूर दावा करती है कि बैंकों की सिक्योरिटी टाइट है लेकिन हकीकत बिल्कुल ही अलग है।

घनी आबादी में चुनौतियां बहुत

बनारस में लगभग 39 लाख खाताधारक हैं। डिस्ट्रिक्ट में 49 बैंकों की लगभग 450 ब्रांच, 550 एटीएम मौजूद हैं। बहुत से बैंकों की सुरक्षा-व्यवस्था काफी लचर है। सिटी एरिया में कुछ बैंक ऐसे स्थानों पर हैं जहां लुटेरे घुसकर सभी को बंधक बनाकर लूट लें तो किसी को भनक तक नहीं लगे। बैंकों की तरफ से सुरक्षा के मानकों का भी अनुपालन नहीं किया जा रहा।

भारत सरकार के गाइड लाइन के अनुसार बैंक की सिक्योरिटी टाइट रखी गई है। बीट पुलिसकर्मी सिक्योरिटी में रहते हैं। कैशवैन के लिए सिक्योरिटी गार्ड को रखा जाता है।

श्रीकांत उपाध्याय, क्षेत्रीय प्रबंधक

केजीएससी

स्ट्रांग रूम से लेकर बैंक परिसर में सिक्योरिटी का तगड़ा बंदोबस्त किया गया है। इलाकाई पुलिस व प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड भी मुस्तैद रहते हैं। सीसीटीवी कैमरे भी काम कर रहे हैं।

राजीव मिश्रा डीजीएम, यूनियन बैंक

डीजीपी ऑफिस की ओर से एक लेटर भी आया है। लेटर के बाबत सभी सीओ, थानेदारों को अवगत करा दिया गया है। थानेदारों को निर्देश दिए गए हैं कि बैंक में जाकर सुनिश्चित करें कि सुरक्षा के मानकों का पालन हो रहा है या नहीं।

आरके भारद्वाज, एसएसपी

क्या हुआ था कानपुर में?

कानपुर के नौबस्ता में यूनियन बैंक का 32 लॉकर काटकर करोड़ों का माल शातिरों ने पार कर दिया था। इसके बाद से सूबे भर की बैंकों में सिक्योरिटी बढ़ाने का निर्देश जारी किया गया है।

39

लाख बनारस में हैं खाताधारक

49

बैंक है डिस्ट्रिक्ट में

450

लगभग ब्रांच है शहर-रूरल एरिया में

550

एटीएम है शहर भर में

Posted By: Inextlive