कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए हुए लाॅकडाउन के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने ईएमआई मोराटोरियम बढ़ाने का फैसला किया है। हालांकि इस बीच खबर आ रही है कि बैंक यह दूसरी मोहलत सभी ग्राहकों को नहीं दे सकते हैं।

नई दिल्ली (आईएएनएस)। कोरोना वायरस संकट और लाॅकडाउन के बीच बैंक अपने सभी ग्राहकों को ईएमआई चुकाने की दूसरी मोहलत (मोराटोरियम) नहीं दे सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि बैंक 1 मार्च से 31 मई तक की किस्त की अवधि के दौरान ब्याज चुकौती की रोक का लाभ उठाने वाले ग्राहकों के संबंध में अपने लोन पोर्टफोलियो का मूल्यांकन कर रहे हैं। इसके बाद बैंक केवल कुछ ग्राहकों को अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड और हेल्दी बिजनेस ऑपरेशन के साथ मोराटोरियम पेश करेंगे। वहीं भारतीय रिजर्व बैंक ने कल लोन की ईएमआई चुकाने की मोहलत को एक बार फिर अगले तीन महीने के लिए बढ़ा दी है। आरबीआई ने कहा कि 31 अगस्त, 2020 तक ईएमआई नहीं चुकाना पड़ेगा।

इसके पहले भी ईएमआई मोराटोरियम को तीन महीने के लिए बढ़ाया था

इससे उन लोगों को फायदा होगा, जिनकी आय कोरोना वायरस संकट के कारण प्रभावित हुई है। मार्च में, केंद्रीय बैंक ने 1 मार्च, 2020 से 31 मई, 2020 के बीच सभी टर्म लोन के भुगतान पर तीन महीने की मोहलत दी थी। अब 31 अगस्त को अधिस्थगन समय अवधि समाप्त होने के बाद ही ईएमआई भुगतान फिर से आरंभ होगा। बता दें कि इसके पहले पीरिएड के लिए आरबीआई ने ऑटो लोन, होम लोन, पर्सनल लोन सहित कई अन्य लोन के ईएमआई मोराटोरियम 1 मार्च, 2020 से तीन महीने के लिए बढ़ाया था।

Posted By: Shweta Mishra