-मंथ के दूसरे और चौथे सैटर्डे को बंद रखने के फैसले पर लोगों का अलग-अलग रिएक्शन

GORAKHPUR: सरकार ने मंथ के दूसरे और चौथे सैटर्डे को बैंक बंद रखने की एंप्लॉइज की बात मान ली है। इस तरह अब पहले और तीसरे सैटर्डे को फुल टाइम काम होगा। सरकार के इस फैसले से जहां, एंप्लॉइज खुश हैं, वहीं अलग-अलग तरह के अकाउंट होल्डर्स ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है।

व्यापारी परेशान, यूथ को फर्क नहीं

व्यापारी वर्ग ने दो सैटर्डे छुट्टी होने को थोड़ी परेशानी वाली बात बताई। वहीं यूथ को इस फैसले से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। यूथ का कहना है कि अब बैंकिंग के बहुत सारे विकल्प हैं। एटीएम, नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग के अलावा ढेरों एप्स हैं, जिनके जरिए वह अपनी जरूरतें पूरी कर सकते हैं। इस वजह से बैंक बंद रहने से भी ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।

जॉब वाले खुश

नौकरी पेशा एकाउंट होल्डर्स दो शनिवार को पूरा काम होने को अच्छा निर्णय बता रहे हैं। उनका कहना है कि अब हाफ टाइम के चक्कर में उनका बैंकिंग संबंधी कार्य अधूरा नहीं रहेगा। अगर कोई काम हाफ टाइम के चक्कर में छूट जाता था तो संडे को भी उस पर दिमाग लगा रहता था। अब मंथ के दो सैटर्डे फुल टाइम बैंक्स के खुलने से दो सैटर्डे बंद रहने से अच्छा बैंलेंस बन गया है। वहीं बैंक्स यूनियन के लीडर्स का कहना ये उनकी काफी पुरानी मांग थी। इससे पब्लिक और बैंक एंप्लाइज दोनों को आसानी होगी।

इससे अकाउंट होल्डर्स को दिक्कत होगी। सभी सैटर्डे को बैंक्स खुलने से आसानी होती थी। अब दो दिन लगातार बैंक्स के बंद होने से कंपनियों को एकाउंट के कार्य करने में मुश्किल आएगी।

-अजय सिंह, अकाउंटेंट, निजी कंपनी, सरदार नगर

पब्लिक को मिलने वाले टाइम में कोई कमी न कर उसे व्यवस्थित कर दिया गया है। इससे बैंक एंप्लाइज और अकाउंट होल्डर्स को आसान होगी। मैं तो बैंक पेपर संबंधी जरूरी काम होने पर ही जाता हूं। एटीएम और नेट बैंकिंग से ही मेरा काम चल जाता है।

- हरिओम दुबे, अकाउंट होल्डर, एसबीआई मेन ब्रांच

यह बैंक्स यूनियन की काफी पुरानी मांग थी। इससे अकाउंट होल्डर्स को कोई दिक्कत नहीं होगी। एटीएम ओर नेट बैंकिंग ने बैंक ब्रांचेज पर निर्भरता को काफी कम कर दिया है। मंथ के दो सैटर्डे फुल टाइम बैंक्स खुलने से टाइम का बैलेंस भी बन गया है।

-संजय सिंह, रीजनल सेक्रटरी, यूनियन बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन गोरखपुर

इंडियन बैंक एसोसिएशन द्वारा बैंक्स यूनियन की मांग को स्वीकार करने से अकाउंट होल्डर्स को मिलने वाले टाइम में कोई कमी नहीं की गई है। टाइमिंग को बैंक एंप्लॉइज और अकाउंट होल्डर्स के लिए सुविधाजनक किया गया है।

-अनुज सिंह, सेक्रेटरी यूनियन बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन इस्टर्न यूपी

इससे अकाउंट होल्डर्स और बैंक एंप्लाई दोनों को आसानी होगी। अकाउंट होल्डर्स और एंप्लाई दोनों सेकेंड और फोर्थ सैटडे को अपना फुल डे प्लान कर सकेंगे। वहीं फ‌र्स्ट और थर्ड सैटर्डे को फुल टाइम बैंकिंग का लाभ ले सकेंगे। दो दिन लगातार छुट्टी होने से भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा। क्योंकि अब लेन-देन के लिए आधा दर्जन दूसरे विकल्प आसानी से उपलब्ध हैं।

- एसपी त्रिपाठी, स्टाफ एसोसिएशन, एसबीआई जोनल सेक्रेटरी गोरखपुर

- अगर महीने में पांच शनिवार होंगे, तो बैंक केवल दूसरे और चौथे शनिवार को ही बंद होंगे। अक्टूबर का महीना बड़ा होने के कारण 5 शनिवार होंगे। ऐसे में केवल दूसरे और चौथे शनिवार को बैंक बंद रहेंगे। जबकि पहले, तीसरे और पांचवे शनिवार को बैंक खुलेंगे।

क्या होता था अब तक

अब तक बैंकों में शनिवार को आधे दिन तक बैंकों में काम होता था।

Posted By: Inextlive