पाकिस्तानी बॉलर का दर्द, हिंदू हूं इसलिए टीम में नहीं मिल रही जगह
भेदभाव किया जा रहा
काउंटी क्रिकेट में मैच फिक्सिंग के आरोप में आजीवन प्रतिबंध झेल रहे पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने पीसीबी पर कई संगीन आरोप लगाए हैं। कनेरिया का कहना है कि उनके साथ भेदभाव हुआ। उन्हें हिंदू होने की सजा दी गई है। कनेरिया ने कहा जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की ओर से स्पॉट फिक्सिंग मामले में सजा काट चुके मोहम्मद आमिर, सलमान बट्ट और मोहम्मद आसिफ के लिए क्रिकेट में राहें खुलने लगीं, तो मुझे खुद के लिए भी उम्मीद जगी। अपने ऊपर से बैन हटाने के लिए कनेरिया ने पाक राष्ट्रपति नवाज शरीफ को पत्र लिखा। पीसीबी चेयरमैन शहयार खान और नजाम सेठी को भी कई चिट्ठियां लिखी। वक्त बीतता गया, लेकिन मेरी राहें आसान न हुईं। उस दौरान मैं आर्थिक परेशानियों से गुजरा। दानिश का कहना है कि पाकिस्तान के लोग उनसे प्यार करते हैं, लेकिन पीसीबी में बैठे कुछ लोगों की वजह से उन्हें अपमान झेलना पड़ा। टेस्ट में बेस्टआपको बताते चलें कि दानिश कनेरिया बेहतरीन स्पिन गेंदबाज रहे हैं। वसीम अकरम, वकार यूनुस और इमरान खान के बाद दानिश कनेरिया इकलौते ऐसे पाकिस्तानी क्रिकेटर हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं। पूजा-पाठ करने भारत आए
धार्मिक अनुष्ठान के लिए भारत यात्रा के दौरान नोएडा आए पाकिस्तान के प्रतिबंधित लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने कहा कि उन्हें भारत और पाकिस्तान में एक जैसा ही प्यार मिलता है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए दोनों देशों के लोग काफी अच्छे हैं। पाक में रहकर मैंने कभी दबाव महसूस नहीं किया। इसलिए मुझे पाकिस्तान में ही रहना है। दानिश अपने अध्यात्मिक गुरु सर्व भूत शरणम घर आकर पूजा-पाठ व अनुष्ठान कार्यों में व्यस्त हैं। वह आजीवन प्रतिबंध से उबरने के लिए धार्मिक अनुष्ठान के इरादे से भारत आए हैं। उन्होंने कहा कि मैं हिन्दू हूं। मेरी भगवान में पूरी आस्था है। वह 17 जून तक पाकिस्तान लौट जाएंगे। दानिश के साथ उनकी पत्नी धर्मिता और मां बबिता कनेरिया भी आई हुई हैं।Cricket News inextlive from Cricket News Desk