-फैसला वापस न लेने पर आंदोलन की दी चेतावनी

- आज जिला अधिकारी ने करेंगे मुलाकात

BAREILLY:

बरेली कॉलेज में अस्थाई शिक्षकों व कर्मचारियों की सेवा पर रोक लग जाने के कारण कॉलेज प्रशासन और शिक्षक-कर्मचारी आमने-सामने आ गए हैं। ट्यूजडे शाम कॉलेज प्रशासन ने सभी विभागों को आदेश जारी कर अस्थाई शिक्षकों व कर्मचारियों से 1 मई से ड्यूटी रजिस्टर पर साइन न कराने को कहा है। कॉलेज प्रशासन ने कहा है कि अग्रिम आदेश तक कर्मचारियों और शिक्षकों से साइन न कराए जाएं। कॉलेज के इस फैसले के बाद अस्थाई कर्मचारियों व शिक्षकों ने फ्राइडे को बीसीबी में बैठक बुलाई है।

कैसे होंगे एग्जाम और एडमिशन

इन दिनों रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के मेन एग्जाम चल रहे हैं। वहीं दूसरी ओर आरयू में एडमिशन प्रक्रिया भी आरंभ हो गई है। बीसीबी में भी रेगुलर एडमिशन प्रक्रिया के लिए फार्म वितरण और मेरिट तैयार करने की प्रक्रिया भी आरंभ होनी है। ऐसे में, मेन एग्जाम और एडमिशन प्रक्रिया के लिए स्टाफ की कमी होना स्वाभाविक है।

175 कर्मचारी के परिवार में आर्थिक संकट

कॉलेज प्रशासन के इस फैसले के बाद कॉलेज में तैनात 175 अस्थाई कर्मचारियों के परिवार में आर्थिक संकट की स्थिति पैदा हो गई। वहीं दूसरी ओर कैंपस के करीब 200 शिक्षकों की सेवा समाप्त होने के कारण एडमिशन प्रक्रिया भी प्रभावित हो सकती है। कॉलेज प्रशासन के फैसले पर विरोध जताते हुए अस्थाई कर्मचारियों ने साफ तौर पर कह दिया है यदि फैसला वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन होगा।

कर्मचारियों ने बुलाई बैठक

सेवा समाप्त होने के आदेश के बाद कर्मचारियों ने फ्राइडे को बैठक बुलाई है। कर्मचारी नेता जितेन्द्र मिश्रा का कहना है कि बीते सत्र में कर्मचारियों की सेवा पर रोक लगा देने के कारण करीब 62 दिनों तक आंदोलन चला था, इस दौरान कॉलेज भी बंद कर दिया गया था। जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद अस्थाई कर्मचारियों की सेवा को बहाल कर दिया गया था।

फैक्ट्स -

175 अस्थाई कर्मचारी

200 अस्थाई शिक्षक

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कॉलेज ने बिना किसी पूर्व सूचना के सेवा समाप्त कर दी है इस बारे में जिला अधिकारी से मुलाकात कर कॉलेज प्रशासन की शिकायत की जाएगी। यदि फैसला नहीं बदला हो कॉलेज में बड़ा आंदोलन होगा।

जितेन्द्र मिश्रा, अध्यक्ष कर्मचारी संगठन

Posted By: Inextlive