बीसीबी खोज रहा सेवन वंडर्स
-प्रोफेसर्स के प्रमोशन के लिए बनाई गई कमेटी के सात प्रोफेसर्स से नहीं हो पा रहा संपर्क
-प्रिंसिपल ने लेटर लिखकर रजिस्ट्रार को दी सूचना BAREILLY बीसीबी के प्रोफेसर्स के प्रमोशन के लिए बनाई गई कमेटी के सात प्रोफेसर्स से कॉलेज का संपर्क नहीं हो पा रहा है। इस कारण प्रोफेसर्स के प्रमोशन लंबित पड़े हैं। वहीं, प्रोफेसर्स का प्रमोशन नहीं होने के कारण कॉलेज की शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। वहीं, प्रिंसिपल ने रजिस्ट्रार को लेटर लिखकर संपर्क नहीं हो पाने की सूचना दी है। 10 जनवरी को िलखा लेटरकॉलेज के विभिन्न सब्जेक्ट के प्रोफेसर्स के प्रमोशन काफी समय से लंबित पड़े हैं। जिसका असर कॉलेज की शैक्षिक गुणवत्ता पर पड़ रहा है। क्योंकि प्रोफेसर्स प्रमोशन के लिए दौड़ लगा रहे हैं। कॉलेज मैनेजमेंट द्वारा बार-बार लेटर लिखने पर आरयू एडमिनिस्ट्रेशन ने सभी प्रोफेसर्स के प्रमोशन की प्रक्रिया शुरू की। 28 नवंबर 2016 को कमेटी बना दी। साथ ही कमेटी गठित करने की सूचना बीसीबी को दी। बीसीबी ने जब कमेटी के प्रोफेसर्स से संपर्क किया, तो सात प्रोफेसर्स से संपर्क नहीं हो सका। प्रिंसिपल ने रजिस्ट्रार डॉ। एसएल मौर्य को लेटर लिखकर सात प्रोफेसर्स से संपर्क नहीं हो पाने सूचना दे दी है। वहीं, इस कारण बीसीबी के प्रोफेसर्स के प्रमोशन के एक बार फिर अधर में लटक गए हैं।
मृत प्रोफेसर को कमेटी में किया शामिल बीसीबी के समाज शास्त्र डिपार्टमेंट के प्रोफेसर्स के प्रमोशन के लिए यूनिवर्सिटी ने 28 नवंबर को तीन सदस्यीय कमेटी बनाई। इसमें प्रो। रियाजउद्दीन को शामिल कर लिया। प्रिंसिपल ने प्रो। रियाजउद्दीन से संपर्क किया, तो परिजनों ने बताया कि प्रोफेसर की देहांत हो चुका है। प्रिंसिपल ने चार जनवरी को यूनिवर्सिटी को लेटर लिखकर प्रोफेसर की डेथ होने की जानकारी दी है। इन प्रोफेसर्स से नहीं हो पा रहा संपर्क वनस्पति विज्ञान- प्रो। आरिफ इमाम, अलीगढ़ ललित कला-डॉ। शशिवाला राठी, बरेली वाणिज्य-प्रो.आरके सक्सेना, झांसी रसायन विज्ञान-प्रो। एसके सिंह, रुड़की संगीत-प्रो। एसके नहास, इलाहाबाद अर्थशास्त्र-प्रो.एसएन चतुर्वेदी, बनारस हिन्दी-डॉ। वीपी सिंह, कांठ यूनिवर्सिटी ने प्रोफेसर्स की स्क्रीनिंग के लिए जिन प्रोफेसर्स की लिस्ट भेजी है। उनमें से सात से संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा एक प्रोफेसर का देहांत हो चुका है। जिसकी जानकारी यूनिवर्सिटी को दी जा चुकी है। डॉ। सोमेश यादव, प्रिंसिपल