-बीसीबी में हुई मेन एग्जाम के संबंध में सभी प्रोफेसर्स की मीटिंग

-मीटिंग में प्रोफेसर्स से एग्जाम शांतिपूर्ण और नकलविहीन कराने के लिए मांग गए सुझाव

>BAREILLY:यूनिवर्सिटी का मेन एग्जाम का काउंटडाउन शुरू हो गया है। इसके लिए बीसीबी ने तैयारी शुरू कर दी है। कॉलेज में एग्जाम शांतिपूर्ण और नकलविहीन हो सके। इसके लिए बीसीबी ने तीन गठित की है। जिसपर पूरी जिम्मेदारी होगी कि हर हाल में परीक्षा की शुचिता बनी रहे। सैटरडे को बीसीबी में हुई मीटिंग में यह निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही संविदा और दैनिक वेतन पर रखे गए प्रोफेसर्स से सुझाव मांगे हैं कि वह लिखकर दे दें कि वह किस पाली में इंविजिलेटर बनेंगे, ताकि उनकी उस पाली में ड्यूटी लगाई जा सके।

एक मार्च शुरू हो रही परीक्षा

सैटरडे को बीसीबी कैंपस में प्रोफेसर्स की बैठक हुई। इसमें एक मार्च से शुरू होने वाले यूजी यानि बीकॉम, बीए, बीएससी और पीजी एमए, एमकॉम और एमएससी के मेन एग्जाम को नकलविहीन और शांतिपूर्ण कराने के लिए चर्चा हुई। प्रोफेसर्स से सुझाव मांगे गए कि वह बताएं कि किस तरह परीक्षा को आसान तरीके से कराया जा सकता है। क्योंकि इस बार यूनिवर्सिटी ने बदलाव किया है। उसने परीक्षा कार्यक्रम एक माह छोटा किया है, ताकि आगामी शैक्षिक सत्र समय से शुरू हो सके। इसलिए कॉलेज पर प्रेशर होगा कि वह परीक्षा को बेहतर तरीके से सुचिता के साथ्ा कराए।

13-13 प्रोफेसर्स की बनी टीम

परीक्षा को शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए 13-13 प्रोफेसर्स की तीन-तीन टीमें बनाई गई हैं, जो परीक्षा की सुचिता को बनाए रखने में सहयोग करेंगे। पहली पाली की टीम की कमान डॉ। एसके बैजल को सौंपी गई हैं। वहीं दूसरी पाली की कप्तान डॉ। सुनीता शर्मा और थर्ड के डॉ। एके सक्सेना होंगे। इसके साथ ही सभी प्रोफेसर्स को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वह किसी भी कीमत पर साढ़े सात बजे के बाद स्टूडेंट्स को हॉल में एंट्री न दे। इस बैठक में प्राचार्य डॉ। सोमेश यादव, चीफ प्रॉक्टर डॉ। अजय शर्मा, डॉ। विकास पांडे, डॉ। आलोक खरे, डॉ। चारु मेहरोत्रा, डॉ। नीरज, डॉ। अजय गुप्ता, डॉ। एके अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive