-प्रोफेसर की डेट ऑफ बर्थ की गड़बड़ी पर प्रिंसिपल और प्रोफेसर्स आमने-सामने

BAREILLY: आगामी 30 जून को रिटायर हो रहे बरेली कॉलेज के प्रोफेसर डॉ। गिरीश कुमार की सर्विस बुक डेट ऑफ बर्थ में गड़बड़ी के मामले में शिक्षक संघ उनके पक्ष में खड़ा हो गया है। प्रोफेसर्स ने कहा कि कॉलेज मैनेजमेंट ने अपनी गलती नहीं सुधारी और उसने प्रोफेसर को सम्मान के विदा नहीं किया, तो शैक्षिक सत्र शुरु होने के बाद भी प्रोफेसर्स क्लासेज अटेंड नहीं करेंगे।

सर्विस बुक में हुइर् गड़बड़ी

कॉमर्स के प्रोफेसर्स डॉ। गिरिश कुमार की सर्विस बुक में डेट ऑफ बर्थ गलत थी। इस बात का पता उन्हें तब चला जब तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ। आरबी सिंह ने सेवानिवृत्त होने से पहले सभी कागजात तैयार कराने को पत्र लिखा। दस्तावेज तैयार कराते वक्त उन्हें जानकारी हुई कि डेट ऑफ बर्थ 30 दिसंबर 1953 की जगह 30 दिसंबर 1955 हो गई। इस पर उन्होंने कॉलेज मैनेजमेंट को अवगत कराया। तत्कालीन प्रिंसिपल ने गवाह के तौर पर दो शिक्षकों के साइन कराने के बाद गलती को सुधारने के निर्देश दिए। इसी बीच डॉ। सोमेश यादव प्रिंसिपल बन गए। मामला जब उनके संज्ञान में आया तो उन्होंने प्रोफेसर को नोटिस जारी कर दिया। साथ ही रिटायर्ड जज को मामले की जांच सौंप दी। उधर, इस मामले में बरेली कॉलेज शिक्षक संघ ने प्रोफेसर डॉ। गिरिश कुमार के पक्ष में खड़ा हो गया। शिक्षक संघ के सचिव डॉ। वीपी सिंह का कहना है कि कॉलेज मैनेजमेंट ने थर्सडे को प्रोफेसर को सम्मान से विदा नहीं किया, तो प्रोफेसर दो जुलाई से कॉलेज खुलने के बाद भी शिक्षण कार्य नहीं करेंगे। वह इसका बहिष्कार करेंगे।

Posted By: Inextlive