- 40 लाख की स्मैक के साथ दो शातिर तस्कर दून में अरेस्ट

- तीन दिन पहले पकड़े गए तस्कर से मिला था इनपुट

- पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर शहर पुलिस मुस्तैद

देहरादून

यूपी के बरेली से देहरादून तक चल रहे नशा तस्करी के नेटवर्क को पुलिस ने क्रेक कर लिया है। लंबे समय से पुलिस को बरेली से नशा लाकर दून में सप्लाई करने वालों की तलाश थी। मंडे की रात पुलिस ने 40 लाख की स्मैक के साथ बरेली से आए दो नशा तस्करों को दबोच लिया। तस्करों ने चौंकाने वाला खुलासा किया। वे केमिकल से स्मैक तैयार करते थे, जो जानलेवा है। फिलहाल पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज किया है।

पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर एसएसपी देहरादून अरूण मोहन जोशी ने दून में नशे के अवैध कारोबार को जड़ से समाप्त करने के लिये अभियान छेड़ा है। जिसमें नशा तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 17 अगस्त को प्रेमनगर थाना इलाके में एक तस्कर को भारी मात्रा में स्मैक के साथ पकड़ा था। उससे पूछताछ में पता चला कि दो दिन बाद बरेली से स्मैक की एक बड़ी खेप आने वाली है। इस पर एसपी सिटी और अन्य पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को सख्त चेकिंग के निर्देश दिए गए। सफलता कोतवाली थाने की लक्ष्मण चौक पुलिस चौकी के हाथ लगी। मंडे की रात लक्ष्मण चौकी इंचार्ज एसआई लोकेन्द्र बहुगुणा ने मालवीय रोड पर पुलिस टीम को देख सकपकाकर भाग रहे दो युवकों को पकड़ा। उनके पास से 40 लाख रुपए की स्मैक मिली। दोनों बरेली के हैं और देहरादून में तस्करी की खेप पहुंचाने आए थे।

बरेली के फतेहगंज से नशे का दून कनेक्शन

पुलिस ने बरेली के फतेहगंज पश्चिमी निवासी दो नशा तस्करों कामरान उर्फ काफ ल पुत्र अब्दुल वाहिद और भूरा उर्फ ताहिर पुत्र आबिद निवासी को पकड़ा। सक्षम अधिकारी के तौर पर सीओ सिटी को मौके पर बुलाकर दोनों के कब्जे से 400 ग्राम स्मैक जब्त की। जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में 40 लाख रुपए कीमत बताई गई। कोतवाली नगर देहरादून एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज किया। पूछताछ में कामरान ने बताया कि वह मोटर मैकेनिक और भूरा कसाई का काम करता था। कम समय में अधिक पैसा कमाने की चाहत में दोनों ने अपने दो अन्य साथियों मलिक कुरैशी पुत्र साबिर कुरैशी निवासी सराय भोले नगर वार्ड न0 15 फ तेहगंज बरेली व ताहिर पुत्र नामालूम निवासी नई बस्ती फ तेहगंज बरेली के साथ स्मैक का अवैध कारोबार करना प्रारम्भ किया गया। पहले ये लोग आसपास के मोहल्लों तथा शहरों में जाकर नशेडियों को स्मैक बेचते थे। पकडे गये दोनों अभियुक्त व उनके अन्य साथी बारी-बारी से देहरादून आकर स्कूल कालेजों के आसपास घूम कर नशे की गिरफ्त में आये छात्रों को चिन्हि्त कर उन्हें स्मैक बेचते थे।

वे किसी को भी अपने मोबाइल नंबर अथवा घऱ का पता नही बताते थे और ना ही फ ोन पर स्मैक के कारोबार के सम्बन्ध में किसी से बात करते थे। वे अपने ग्राहकों को तथा उनके ग्राहक उन्हें केवल शक्ल से पहचानते हैं। स्मैक की डिलीवरी देते समय अगली बार आने का दिन व समय ग्राहकों को बता दिया जाता था। इस बार पुलिस उन्हें नहीं पकड़ती तो वे अपने अवैध कारोबार को पूरे देहरादून व आसपास के इलाकों में विशेषकर स्कूल कालेजों में बडे स्तर पर फैलाने की फि राक में थे। इसके लिये वे ऐसे कम उम्र के युवकों व छात्रों की तलाश में रहते है। जो नशे की गिरफ्त में आ गया हों, जिसे आसानी से इस्तेमाल किया जा सके। गिरफ्तार तस्करों की क्रिमिनल हिस्ट्री के बारे में जानकारी की जा रही है।

केमिकल से स्मैक तैयार करने का खुलासा

पूछताछ में दोनों तस्करों ने बताया कि वे अधिक पैसा कमाने की नियत से दो अन्य साथियों के साथ मिलकर केमिकल की मिलावट कर खुद ही स्मैक तैयार करने लगे थे। पहले बरेली के आसपास के जिलों तक ही उनकी पहुंच थी। फिर उन्हें देहरादून में नशे की बेरोकटोक बिक्री का पता चला तो यहां का रूख किया। दून में नादान उम्र के कई स्टूडेंट्स को अपने जाल में फांसकर उन्हें खेप प्रोवाइड कराते थे।

Posted By: Inextlive