- बरेली में फिलिंग स्टेशन की मॉनीटरिंग के नाम पर होता है मजाक

>BAREILLY: लखनऊ में फिलिंग स्टेशन पर चिप लगा कर हो रही घटतौली का मामला उजागर होने के बाद प्रदेश में हंगामा मचा हुआ है। सभी फिलिंग स्टेशन शक के घेरे में आ गए हैं। वहीं शासन, प्रशासन पब्लिक भी अलर्ट है। क्योंकि पिछले दिनों बरेली में फ्यूल घटतौली का मामला भी पकड़ा जा चुका है। फ्यूल मशीन कोसील करने की जिम्मेदारी बाट-माप डिपार्टमेंट की होती है। ऐसे में उनकी भूमिका भी संदेह के घेरे में है।

फिर कैसे लग जा रही चिप

नियम के मुताबिक मशीन को सील करने की जिम्मेदारी बाट-माप की होती है। मशीन में कोई खराबी आती है, तो उसके मेंटीनेंस के बाद दोबारा बाट-माप अधिकारी उसे परखते हैं। इस बात की जांच करते हैं, नोजल से फ्यूल मानक के अनुरूप फ्यूल निकलता है कि नहीं। कहीं मशीन में कोई छेड़खानी तो नहीं की गई। लेकिन इस बात जांचने के बाद ही मशीन को दोबारा सील की जाती है।

नहीं होती है प्रॉपर मॉनटरिंग

इन सबके बावजूद मशीन में चिप लगे होने की बात सामने आ रही है, तो कही न कही बाट-माप भी शक के घेरे में आएगा ही। कही इनकी मिलीभगत से तो नहीें फिलिंग स्टेशन संचालन इस पूरे खेल को अंजाम दे रहे हैं। जबकि, इनकी यह जिम्मेदारी बनती है वह प्रॉपर मॉनीटरिंग करता रहे।

कंपनियों से मांगेंगे जवाब

बरेली में एचपीसी, बीपीसी और आईओसी के करीब 150 फिलिंग स्टेशन हैं। इनमें से दर्जनों फिलिंग स्टेशन पर खरे नहीं उतरे हैं। पिछले दिनों हुई छापेमारी में कई फिलिंग स्टेशन पर मिलवाट और घटतौली की बातें सामने आ चुकी है। जबकि लखनऊ में चिप लगे होने की बात सामने आने से अधिकारी एक्टिव मोड में आ गये हैं। डीएसओ केएल तिवारी तीनों कंपनियों से इस मामले में रिपोर्ट मांगेंगे। ताकि, वह फिलिंग स्टेशन को खुद सामने लाए जो कि चिप लगा कर घटतौली का खेल कर रहे है। नहीं तो उनका लाइसेंस रद किए जाने की कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive