- मनरेगा मजदूरी में फर्जीवाड़ा की शिकायतों पर केंद्र ने दिए निर्देश

- खातों में कार्य दिवस के अगले दिन ही पहुंच जाएगा मेहनताना

BAREILLY:

महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 'मनरेगा' के तहत काम करने वाले मजदूरों की थकान खत्म होने से पहले ही मजदूरी मिल जाएगी। सरकार ने मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी का रोजाना भुगतान करने का सिस्टम लागू कर दिया है। पिछले वर्ष मनरेगा में देय मजदूरी में फर्जीवाड़ा की शिकायतों पर केंद्र ने फैसला लिया है। ताकि मजदूरी में कोई हेराफेरी नहीं हो। मजदूरी सीधे श्रमिक के बैंक खाते में जाएगी। सीडीओ शिव सहाय अवस्थी ने बताया कि अब कार्य दिवस के अगले दिन दोपहर तक खातों में रकम पहुंचेगी। जिसकी जानकारी श्रमिकों को मेसेज से मिल जाएगी।

यूं पहुंचेगी मजदूरी

पहले मजदूरी के लिए श्रमिक को ग्राम प्रधान से ब्लॉक तक चक्कर काटने पड़ते थे। लेकिन अब साइट से श्रमिकों की फिगर लेकर बीडीओ को मनरेगा की साइट पर अपलोड करनी होगी। मजदूरों के कार्य दिवस वेबसाइट भेजने होंगे। कार्य दिवस के हिसाब से मजदूरी भुगतान रोजाना किया जाएगा। ताकि मजदूरी सीधे श्रमिकों के खाते में जाएगी। ऐसा करने से मजदूरी में किसी तरह की सेंध मारी नहीं हो सकेगी। कार्य दिवस की फीडिंग की रोजाना मॉनीटरिंग होगी। मनरेगा मजूदरों को मजदूरी केंद्र सरकार के खाते से भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा माह में चार दिन तय होंगे, जब मजदूरों से संबंधित प्रक्रिया का फीडबैक लिया जाएगा।

आधार कार्ड से लिंक होंगे मजदूर

केंद्र सरकार की योजना के तहत आधार कार्ड से लिंक मजदूरों को ही खातों में मजदूरी भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए सीडीओ, डीपीआरओ, डीआरडीए और मनरेगा उपायुक्त को 10 दिन का समय दिया गया है। मजदूरों के खाते आधार कार्ड से लिंक होने के बाद खातों में राशि भेजने सिलसिला शुरू होगा। कार्य दिवस के दूसरे दिन दोपहर 12 बजे तक राशि खातों में पहुंच जाएगी।

मजदूरों को है इंतजार

जिले के कई क्षेत्रों में पिछले वित्तीय वर्ष में मनरेगा कार्य दिवसों की मजदूरी अभी तक नहीं मिल पायी है। वह आए दिन डीआरडीए पहुंचकर शिकायत कर चुके हैं। लास्ट इयर मजदूरी मांगने विकास भवन पहुंचे करीब 50 से ज्यादा मजदूरों को आश्वासन दिया गया था। लेकिन मजदूरी अभी तक नहीं मिली।

Posted By: Inextlive