RANCHI : पंडरा फ्रेंडस कॉलोनी की दस हजार आबादी जिस पानी का इस्तेमाल कर रही है, असल में वह पानी है ही नहीं। प्रसाद फैक्ट्री से निकले बारूद और दूसरे केमिकल्स ने यहां की पानी में जहर घोल दिया है। इस इलाके के कुएं और बोरिंग का पानी न तो पीने लायक है और न ही खाना बनाने के लिए उपयुक्त। ग्राउंड वाटर भी जहरीला हो चुका है। यह पानी हर घर को बीमार बना रहा है, लेकिन लोग इसे पीने के लिए लाचार हैं।

चार की हो चुकी है मौत

फ्रेंड्स कॉलोनी में जहर बन चुके इस पानी को पीने से लोगों के बीमार होने के केसेज लगातार बढ़ रहे हैं। इलाके के लोगों का कहना है कि बारूद की घोल से जहरीला बन चुका यह पानी अबतक चार लोगों की जान ले चुका है। जिनकी मौत हुई है, उनमें कृष्णा प्रजापति, विजय श्रीवास्तव, चमन जी तथा नागेंद्र साहू उर्फ मुंशी जी शामिल हैं। यहीं के नरेश प्रसाद को इस पानी की वजह से किडनी डिजीज हो गई। पिछले दस दिनों से वे वेल्लोर में इलाज करा रहे हैं। इतना ही नहीं, हर दिन इस पानी के सेवन की वजह से लोग बीमार हो रहे हैं।

मंगलवार को पांच लोग पहुंचे हॉस्पिटल

इस इलाके का पानी कितना जहरीला हो चुका है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मंगलवार को पांच लोग हॉस्पिटल पहुंच गए। मोहल्ले के वाशिंदे संजय पाठक ने सुबह में जैसे ही पानी पीया, दस्त के साथ पेट में जलन शुरू हो गई। आनन-फानन में परिजन उन्हें सिटी हॉस्पिटल ले गए। इसी तरह 45 वर्षीय श्याम मोहंती को दस्त, पेट में जलन और सिर में चक्कर आने लगा तो सात साल की श्यामली को स्किन डिजीज हो गई, जबकि 44 साल के देवव्रत नाग ने जैसे ही एक ग्लास पानी पीया, दस्त शुरू हो गई। इसी तरह सुशीला देवी कुंए पर कपड़े साफ कर रही थी तो खुजली शुरू हो गई। आखिरकार इन्होंने हॉस्पिटल का जब रूख किया तो इन्हें राहत मिली।

पानी के जहरीला होने की ये है वजह

प्रसाद केमिकल फैक्ट्री में बारूद बनाया जाता है। इसके लिए कई तरह के केमिकल का इस्तेमाल होता है। प्रॉसेसिंग के तहत इसका लिक्विड तैयार किया जाता है। इस दरम्यान जो वेस्टेज होता है, उसे फैक्ट्री के पीछे स्थित नाला में बहा दिया जाता है। यही वेस्टेज इस इलाके की पानी को जहरीला बना रहा है। इस फैक्ट्री के पास जो पचास घर हैं, उनके यहां के बोरिंग अथवा कुएं के पानी में केमिकल को साफ देखा जा सकता है।

Posted By: Inextlive