- लैब टेक्नीशियन के पॉजिटिव मिलने के बाद क्वार्टर में कैद हुए स्टाफ

-किसी का नहीं लिया गया है कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल

- ड्यूटी के बाद क्वार्टर जाने से सता रहा डर

- क्वारंटीन में थी नर्स तो बच गए कई लोग

-कोविड सेंटर में ड्यूटी के बाद थी होटल में

-कई लोगों को ड्यूटी के बाद भेजा होम क्वारंटीन

रांची। रिम्स में कोरोना मरीजों का सैंपल टेस्ट करते हुए एक टेक्निशियन पॉजिटिव हो गया है। इसके बाद तत्काल उस क्वार्टर के चार ब्लॉक को सील कर दिया गया है। वहीं, एहतियात के तौर पर वहां पुलिस को भी तैनात किया गया है, ताकि कोई भी उस क्वार्टर से बाहर न जा सके। इसके बावजूद गुरुवार को एक स्टाफ सीलिंग का उल्लंघन कर बैरिकेडिंग फांदकर बाहर निकला और रिम्स ड्यूटी करने चला गया। उसने यह भी नहीं सोचा कि उसकी यह लापरवाही कितने लोगों के खतरनाक साबित हो सकती है। इसके बाद तो आसपास रहनेवाले स्टाफ की टेंशन बढ़ गई। वहीं उन्हें इस बात का डर सता रहा है कि कहीं वह स्टाफ दूसरों को इंफेक्टेड न कर दे।

अबतक नहीं हुआ है टेस्ट

बरियातू थाना के पीछे रिम्स कॉलोनी में रिम्स के डॉक्टर, स्टाफ वे टेक्निशयन रहते हैं। सभी को अलग-अलग पोस्ट के आधार पर क्वार्टर अलॉट किया गया है। ऐसे में स्टाफ को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसे तो कोविड सेंटर में शिफ्ट कर इलाज किया जा रहा है, लेकिन बगल के क्वार्टरों में रहने वालों की टेंशन बढ़ गई है। ब्लॉक में रहने वाले रिम्स स्टाफ और उनके परिजनों का सैंपल भी टेस्ट के लिए नहीं लिया गया है। इस वजह से उन्हें भी डर समा गया है। आसपास में रहने वाले भी क्वार्टर के दूर से ही निकल रहे हैं।

ड्यूटी के बाद होटल में थी नर्स

कोरोना मरीजों के इलाज में तैनात एक नर्स ड्यूटी पूरी होने के बाद क्वारंटीन के लिए होटल भेजी गई थी। इस बीच उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इसलिए उनके परिवार वालों के साथ ही न जाने कितने लोग बच गए। अगर उन्हें भी टेक्निकल स्टाफ्स की तरह ड्यूटी पूरी होने के बाद घर भेज दिया जाता, तो न जाने कितने लोग कोरोना की चपेट में आ जाते। बताते चलें कि कई लोग ड्यूटी के बाद होम क्वारंटीन में भेजे गए हैं, जिन्हें घरवालों के साथ पास में रहने वालों की भी चिंता सता रही है।

घर भेजना पड़ न जाए भारी

कोविड सेंटर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर व स्टाफ को ड्यूटी के बाद पेइंग वार्ड में रखा जाता है। वहीं, ड्यूटी पूरी होने के बाद 14 दिन क्वारंटीन। लेकिन प्रबंधन के भेदभाव के कारण कई लोगों को ड्यूटी के बाद घर भेजा जा चुका है। वहीं कुछ स्टाफ घर से ही आकर रिम्स में ड्यूटी कर रहे हैं। रिम्स के स्टाफ का कहना है कि प्रबंधन की थोड़ी से लापरवाही कहीं पूरे हॉस्पिटल को न भारी पड़ जाए।

Posted By: Inextlive