शनिवार 9 फरवरी को दिन में 8 बजकर 55 मिनट से पंचमी लग रही है जो रविवार 10 फरवरी को दिन 9 बजकर 59 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि ग्राह्य होने से 10 फरवरी को ही बसंत पंचमी मनाई जाएगी।

माघ शुक्ल पंचमी को 'बसन्त पंचमी' के नाम से जाना जाता है। बसन्त पंचमी को श्रीपंचमी भी कहते हैं। आज के दिन भगवती सरस्वती की पूजा की जाती है। इसे वागीश्वरी जयन्ती के रूप में भी मनाया जाता है। जो इस वर्ष रविवार 10 फरवरी को पड़ रही है।

शनिवार 9 फरवरी को दिन में 8 बजकर 55 मिनट से पंचमी लग रही है, जो रविवार 10 फरवरी को दिन 9 बजकर 59 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि ग्राह्य होने से 10 फरवरी को ही बसंत पंचमी मनाई जाएगी।

साध्य योग है खास

साध्य योग रविवार को दिन 9 बजकर 16 मिनट तक रहेगा, उसके बाद शुभ योग लग जाएगा। साध्य योग भविष्य में अच्छी सम्भावनाओं की ओर संकेत करने वाला योग है और पूर्ण शुभ फल प्रदान करता है। इसमें सफलता कुछ विलम्ब से प्राप्त होती है; परन्तु मिलती अवश्य है।

नए कार्य का मिलेगा पूर्ण फल

यह रोगी की चिकित्सा करने के लिए तथा आरक्षी एवं रक्षाबलों द्वारा चलाए जाने वाले दुष्टों, चोरों, डाकुओं, आतंकवादियों एवं राष्ट्र के शत्रुओं के विनाश हेतु चलाए जाने वाले अभियानों के श्रीगणेश के लिए अनुकूल होता है। शुभ योग में सम्पन्न किए जाने वाले कार्य लोक में प्रसिद्धि देते हैं। व्यक्ति के ग्लैमर को बनाने में यह योग अच्छा सहयोग करता है। जनैतिक, आर्थिक, सामाजिक तथा वैज्ञानिक कार्यों के लिए यह योग बड़ी ही अनुकूल स्थितियां निर्मित करता है।

पूजा का मुहूर्त

स्थिर लग्न में पूजा करना लाभप्रद होता है।

स्थिर लग्न कुम्भ लग्न दिन में 6:39 से 8:10 बजे तक,

वृष स्थिर लग्न दिन में 11:15 से दोपहर 1:11 बजे तक,

सिंह लग्न रात्रि 5:43 से 8:06 बजे तक विद्यमान रहेगा।

— ज्योतिषाचार्य पं गणेश प्रसाद मिश्र

फरवरी के व्रत-त्योहार: जानें कब है मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी

अगर बच्चों का मन पढ़ने में नहीं लगता तो ये सरस्वती मंत्र होंगे कारगर

Posted By: Kartikeya Tiwari