-बेसिक स्कूल्स के करेंट सेशन में सिर्फ कक्षा एक व छह के बच्चों को ही मिलेगा बैग

- अन्य क्लास के बच्चे पुराना बैग ही लेकर आएंगे स्कूल, तीन महीने बाद भी सिर्फ 25 परसेंट को मिला यूनीफॉर्म

बेसिक स्कूल्स के स्टूडेंट्स के कंधे पर तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव की फोटो लगा बैग ही अभी तक लटक रहा है। जबकि प्रदेश में सपा की सरकार को चेंज हुए एक साल से अधिक का समय हो गया है। करेंट सेशन में अब तक महज 50 परसेंट बच्चों को ही बैग मिल सका है। वह भी कक्षा एक व छह में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को। ऐसे में अन्य क्लास के बच्चों को पुराने बैग से ही काम चलाना होगा। वहीं यूनीफॉर्म की स्थिति और भी खराब है। अब तक महज 15 परसेंट बच्चों को यूनीफॉर्म मिल सका है।

15 जुलाई तक का समय

लगभग हर साल किताब, यूनीफॉर्म, जूता-मोजा, बैग खरीदने में इतना लेट हो जा रहा है कि आधा सेशन बीत जाता है। करेंट सेशन का भी यही हाल है। हालांकि 15 जुलाई तक सभी बच्चों को दो सेट यूनीफार्म वितरित करने का टारगेट रखा गया है। वहीं अब तक यूनीफॉर्म 15 परसेंट बच्चों तक ही पहुंच सका है। किताबें अब तक सिर्फ कक्षा सात की ही आ सकी है। बैग इस साल सिर्फ कक्षा एक व छह के बच्चों को वितरित करने का डिसीजन लिया गया है। वहीं सेशन के तीन महीने बीत जाने के बाद भी जूता-मोजा के लिए गाइड लाइन का इंतजार किया जा रहा है।

दो साल से बैग व जूता-मोजा भी

बेसिक स्कूल्स में रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स को सर्व शिक्षा अभियान के तहत फ्री एजुकेशन के साथ ही किताब, यूनीफॉर्म, मीड डे मील की सुविधा फ्री में दी जा रही है। वहीं पिछले दो सालों से बच्चों को जूता-मोजा व बैग भी उपलब्ध कराया जा रहा है। हालांकि स्टूडेंट्स को समय से न तो किताबें मिल पा रहीं हैं और न यूनीफार्म। इसके पीछे कारण आर्थिक संसाधन की कमी नहीं बल्कि शासन-प्रशासन की लेटतलीफी है।

प्वाइंट टू बी नोटेड

-प्राइमरी स्कूल 1013

-जूनियर हाईस्कूल 354

रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स

-प्राइमरी स्कूल 133193

-जूनियर हाईस्कूल 43021

बेसिक स्कूल्स के 25 परसेंट स्टूडेंट्स को अब तक यूनीफॉर्म उपलब्ध कराए जा चुके हैं। वहीं बैग का वितरण करीब 60 परसेंट से अधिक किया जा चुका है। जूता-मोजा शासन से आना है। मिलते ही इसे डिस्ट्रिब्यूट कर दिया जाएगा।

डीपी सिंह, प्रभारी बीएसए

Posted By: Inextlive