- सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया उद्घाटन, केंद्रीय मंत्री पेट्रोलियम एवं नेचुरल गैस, स्टील धर्मेन्द्र प्रधान भी रहे मौजूद

GORAKHPUR: पूर्वाचल व जिले के अंदर 26 वर्ष से खाद कारखाना बंद होने से जो निराशाजनक स्थिति उत्पन्न हुई थी। उसे दूर करने के लिए प्रधानमंत्री ने जुलाई 2016 में इसका शिलान्यास किया था। ये बातें सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहीं। वे केंद्रीय मंत्री पेट्रोलियम एवं नेचुरल गैस, स्टील धर्मेन्द्र प्रधान के साथ सात हजार करोड़ की लागत से बन रहे हिन्दुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड कारखाने का निरीक्षण और गीडा में 204 करोड़ की लागत से निर्मित इंडियन आयल कार्पोरेशन के बाटलिंग प्लांट के उद्घाटन के लिए पहुंचे थे। फर्टिलाइजर के निरीक्षण के बाद बैठक करते हुए सीएम ने कहा कि यह कारखाना नवंबर 2020 तक बनकर तैयार हो जाएगा। फरवरी 2021 से उत्पादन प्रारम्भ होगा जिससे किसानों, नौजवानों को रोजगार, नौकरी उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि कार्य तेजी से हो रहा है और अब तक लगभग 67 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। बैठक में कारखाने की कार्य प्रगति स्लाइड शो के जरिए प्रदर्शित की गई।

38 एकड़ में बना है बाटलिंग प्लांट

सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार सहयोग के लिए पूरी तरह तत्पर है। यदि किसी तरह की सुविधा या सहयोग की जरूरत पड़े तो संबंधित अधिकारी शासन के संज्ञान में लाएं ताकि त्वरित निराकरण किया जा सके। उन्होंने निर्धारित समय सीमा के अंदर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस मौके पर मौजूद रहे केंद्रीय मंत्री पेट्रोलियम एवं नेचुरल गैस, स्टील धर्मेन्द्र प्रधान ने हिन्दुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड कारखाना की प्रगति में प्रदेश सरकार के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि इसके बन जाने से गोरखपुर सहित पूर्वाचल के लिए उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित होगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि उर्वरक कारखाना परिसर के अंदर एक मॉडल कॉलोनी विकसित की जाए। स्पो‌र्ट्स कॉम्प्लेक्स, कॉमन सुविधा आदि विकसित हो। इसके बाद सीएम व केंद्रीय मंत्री ने गीडा में 204 करोड़ की लागत से निर्मित इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के बाटलिंग प्लांट के उद्घाटन के बाद प्लांट का निरीक्षण किया। परिसर में पौधारोपण भी किया। 38 एकड़ में निर्मित बाटलिंग प्लांट की क्षमता 120 टीएमटीपीए है। यहां प्रतिदिन दोनों शिफ्ट में 68 हजार सिलेंडर भरे जाएंगे।

घरों तक पहुंचेगा सुरक्षित फ्यूल

सीएम ने कहा कि यह प्लांट प्रदेश के 11 जिलों गोरखपुर, कुशीनगर, बलिया, देवरिया, महराजगंज, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, गोंडा और बस्ती के बाजारों को एलपीजी की आपूर्ति करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहयोग से गोरखपुर व पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए लोकार्पित यह प्लांट काफी लाभकारी सिद्ध होगा। जनवरी 2015 में इसका शिलान्यास हुआ था जिसका लोकार्पण किया गया है। सीएम ने कहा कि जब एलपीजी पाइपलाइन का विस्तार होगा तो लोगों को घरों तक स्वच्छ, सुरक्षित, विश्वसनीय खाना पकाने वाला फ्यूल पहुंचाने के अलावा यह संयत्र विभिन्न संचालनों, रखरखाव से सुसज्जित होगा। जिससे लोगों को रोजगार तथा स्थानीय अर्थ व्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। बाटलिंग प्लांट की सुरक्षा व परिचालन के मानक अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं। इसमें पूरी तरह से स्वचालित सयंत्र, संयत्र संचालन और सुरक्षा की सभी गतिविधियों की निगरानी, संचालन और नियंत्रण के लिए एक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष है। गोरखपुर बाटलिंग प्लांट प्रस्तावित कान्डला-गोरखपुर एलपीजी पाइप लाइन का टर्मिनल प्वॉइंट है। इसके अतिरिक्त गेल की वाराणसी-गोरखपुर प्राकृतिक गैस पाइप लाइन का भी विस्तार किया जा रहा है जिससे गैस की काफी सुविधा होगी। इस अवसर पर सदर सांसद रवि किशन, विधायक व अन्य गणमान्य लोग तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive