रीसेंटली एक मीडिया इंटरैक्शन के दौरान एक्ट्रेस यामी गौतम ने सोशल इश्यू पर बेस्ड फिल्मों और अपनी फिल्म च्वॉइसेज को लेकर खुल कर बात की। क्या है उनका कहनाआइए जानते हैं...


features@inext.co.in  KANPUR: इन दिनों बॉलीवुड में इश्यू-बेस्ड फिल्में, बायोपिक्स बनाने का ट्रेंड पीक पर है। इन्हें लेकर एक सवाल जब यामी गौतम के सामने आया तो उन्होंने कहा कि एक एक्टर के लिए ये बिल्कुल भी जरूरी नहीं कि वह हमेशा इश्यू-बेस्ड फिल्में ही करे। आज के दौर में जहां कई एक्टर्स के लिए इस तरह की फिल्में एक सेफ डील होती है वहीं यामी इस बात से ताल्लुक नहीं रखतीं।मैसेज-एंटरटेनमेंट एक साथ देना इंपॉसिबल


मीडिया इंटरैक्शन के दौरान यामी ने कहा, 'मैंने विकी डोनर जैसी फिल्म के साथ डेब्यू किया था जो एंटरटेनमेंट और स्पर्म डोनेशन जैसे बिल्कुल नए सब्जेक्ट का परफेक्ट एमैलगेमेशन था। लेकिन हर बार न ये जरूरी है और ना ही मुमकिन है कि फिल्मों के जरिए मैसेज और एंटरटेनमेंट दोनों को साथ में प्रेजेंट किया जाए। मैसेज सिर्फ उसका हिस्सा होना चाहिए, लेकिन जरूरी नहीं कि मैसेज को उसमें जबरदस्ती डाला जाए। बाकी सारी चीजें अपने आप ही हो जाएंगी।' नहीं है कोई क्राइटेरिया

यामी आगे कहती हैं, 'ऐसा नहीं है कि मुझे ऐसी फिल्में नहीं करनी, मैं फ्यूचर में भी ऐसी फिल्में जरूर करना चाहूंगी जिनमें एक मैसेज हो। मुझे लगता है कि सिनेमा एक ऐसा स्ट्रॉन्ग मीडियम है जो लोगों को कई बड़े इश्यूज पर सोचने पर मजबूर कर सकता है। लेकिन फिल्मों को लेकर मेरा कोई पर्टिकुलर क्राइटेरिया नहीं है कि मुझे ऐसी फिल्में करनी हैं। मैं हर तरह की फिल्में करना चाहती हूं।'श्रद्धा कपूर ने भी रखी अपनी राययामी के साथ उनकी फिल्म में श्रद्धा कपूर भी हैं। हर बार मैसेज वाली फिल्म ही करने पर श्रद्धा ने कहा, 'कभी-कभी हम सिर्फ स्टोरी से ही इंप्रेस होकर फिल्म का हिस्सा बन जाते हैं बिना ये देखे कि फिल्म क्या मैसेज दे रही है। ये पूरी तरह से अनइंटेंशनल होता है। मेरे मुताबिक अगर आप किसी ऐसी फिल्म का हिस्सा बन जाते हैं जो एंटरटेनमेंट के साथ मैसेज भी दे रही है तो इससे अच्छा कुछ भी नहीं क्योंकि ये देश के इंपॉर्टेंट मुद्दे को सामने लाने का काम करता है। फिट रहने के लिए जिम में कितना पसीना बहाती हैं कैटरीना से लेकर करीना तक, देखें तस्वीरेंइन्होंने बनाया करीना कपूर से लेकर सोनम कपूर तक को बॉलीवुड की फैशनिस्टा

Posted By: Vandana Sharma