दूसरों को सजाने वाली खुद बदसूरत
GORAKHPUR : मैं क्00 साल से भी पुरानी मनिहारी मार्केट हूं। जी हां, वही मार्केट जो कभी लोगों के मन को हरने का काम करती थी। दुल्हन का श्रृंगार यहां पर आए बिना अधूरा ही रह जाता है। कानपुर से पटना के बीच श्रृंगार की सबसे बड़ी मार्केट होने के बावजूद मेरे श्रृंगार में लोगों ने धब्बा लगा दिया है। सफाई की हालत इतनी खराब है कि एक दिन में कूड़ा यहां से उठ जाए तो बड़ी बात है। सफाई कर्मचारी भी यहां से नदारद ही रहते हैं। उनके न होने की वजह से सड़क पर फैला कूड़ा नालियों में जाकर जम जाता है और ओवरफ्लो हो जाती हैं। नालियों की सफाई न होने का सबसे बड़ा नुकसान यहां के दुकानदारों को झेलना पड़ता है। बरसात में सड़क पर लगा पानी उनकी दुकानों में घुस जाता है, जिसको वहां से निकालने के लिए उन्हें घंटों जूझना पड़ता है। इतना ही नहीं सिक्योरिटी के लिए भी यहां पर कोई इंतजाम नहीं हैं, जिसकी वजह से दुकानदारों के दिलों में डर सा बना रहता है। यहां चोर कई बार गली के अंदर की कई दुकानों का ताला तोड़ कर हाथ साफ कर चुके हैं, लेकिन इस मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। स्ट्रीट लाइट जलती नहीं है, जिसका फायदा उठाकर जुआरी और शराबी रात में यहां की दुकानों के बाहर अपना डेरा जमाए रहते हैं, वहीं कई बार दुकानों को नुकसान भी पहुंचा देते हैं।
फैक्ट फाइल - नाम - पांडेयहाता (मनिहारी मार्केट) मार्केट ऑफ - श्रृंगार के सामान, तांते, कपड़े, बर्तन स्टेबलिश - क्9क्0 से शॉप की तादाद - क्000 से ज्यादा टोटल टर्नअप पीपुल - क्8000 से ख्0000 टर्नओवर - क् करोड़ डेली प्रॉब्लम्स - - सफाई व्यवस्था एकदम खराब है, सफाई कर्मचारी गायब रहते हैं। - पब्लिक टॉयलेट की कोई फैसिलिटी नहीं है, लेडीज को होती है प्रॉब्लम। - पार्किंग की फैसिलिटी नहीं है, लोग सड़क पर गाड़ी खड़ी करने को मजबूर। - गलियां संकरी होने की वजह से बड़ी गाडि़यों की एंट्री पर लग जाता है जाम - ड्रेनेज की कोई व्यवस्था न होने से बरसात के दिनों में भयंकर वॉटर लॉगिंग हो जाती है। - स्ट्रीटलाइट नहीं जलती है, जिसकी वजह से सड़क पर छाया रहता है अंधेरा। - सिक्योरिटी की भी कोई फैसिलिटी नहीं है, दुकानों में आए दिन हो जाती है चोरी., दुकानों के आस-पास जुआरी और शराबियों का रात में रहता है जमावड़ा।यहां सफाई व्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त है, सड़क पर कूड़े का अंबार देखने को मिल जाएगा।
- बलराम वैश्य, शॉपकीपर यहां पर सफाई न होने की वजह से कूड़ा नालियों में चला जाता है, जिसकी वजह से अक्सर नालियां जाम हो जाती हैं। - संतोष कुमार वर्मा, शॉपकीपर बरसात के दिनों में इस मार्केट की हालत खराब रहती है। नालियां चोक होने की वजह से बरसात का पानी निकल नहीं पाता है। - धर्मेद्र शर्मा, लोकल रेसिडेंट यहां पर पार्किंग की कोई फैसिलिटी नहीं है, जिसकी वजह से हमें गाड़ी सड़क पर ही खड़ी करनी पड़ जाती है। - शाहनवाज, कस्टमर पार्किंग न होने की वजह से मार्केट में अक्सर जाम लग जाता है, वहीं ट्रैफिक कंट्रोल की कोई व्यवस्था न होना भी इसका बड़ा रीजन है। - शाहनवाज अहमद, शॉपकीपर यहां पर सफाई नहीं होती, जिसकी वजह से बरसात में कूड़ा इधर-उधर फैल जाता है। उस जगह काफी कीचड़ हो जाता है। - ऋषिकेश, कस्टमर यहां पर सिक्योरिटी की कोई फैसिलिटी नहीं है। स्ट्रीट लाइट भी हमेशा ही खराब रहती है। वहीं रात में दुकान की छतों पर जुआरी, शराबी अपना डेरा जमा लेते हैं। सफाई कर्मचारी भी कई दिनों तक गायब रहते हैं। - विजय कुमार पाठक, अध्यक्ष, बिसाता व्यापार मंडल