IPL में चाइनीज स्पाॅन्सरशिप को लेकर BCCI का फैसला 'क्रिकेट और देश हित में' होगा
नई दिल्ली (एएनआई)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चाइनीज स्पाॅन्सरशिप के बारे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के फैसले को 'क्रिकेट और देश के सर्वोत्तम हित' को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा। बोर्ड के एक सूत्र ने पुष्टि करते हुए कहा कि आईपीएल की समीक्षा बैठक के लिए अभी तक कोई तारीख तय नहीं की गई है। सूत्र ने कहा, 'अभी तक, आईपीएल की समीक्षा बैठक के लिए कोई तारीख तय नहीं की गई है। ऐसे अन्य मुद्दे हैं जिन पर बीसीसीआई गौर कर रहा है। फ्रेंचाइजी अपनी राय के हकदार हैं। हम एक निर्णय लेंगे जो क्रिकेट और देश के सर्वोत्तम हित में होगा।'चीनी एप पहले हो चुके बैन
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रहे सीमा तनाव के कारण आईपीएल में चाइनीज स्पाॅन्सरशिप को खत्म करने की बात हो रही है। इससे पहले सोमवार को केंद्र ने 59 चीनी एप्स जिनमें टिकटाॅक और यूसी ब्राउजर शामिल थे, उन पर प्रतिबंध लगा दिया था। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि उसने उपलब्ध जानकारी के मद्देनजर 59 एप को ब्लॉक करने का निर्णय लिया है कि "वे उन गतिविधियों में लगे हुए हैं जो भारत की संप्रभुता और अखंडता के लिए पूर्वाग्रहपूर्ण हैं।'वीवो है आईपीएल का टाइटल स्पाॅन्सर
वर्तमान में, चीनी मोबाइल निर्माता वीवो आईपीएल का टाइटल स्पाॅन्सर है। वीवो के साथ बीसीसीआई का यह करार 2022 तक का है। इस डील के तहत वीवो हर साल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को 440 करोड़ रुपये देता है। मगर सीमा पर चीनी सैनिकों की हिमाकत के बाद बोर्ड भी वीवो के साथ डील को रिव्यू करने जा रहा। आईपीएल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने एक पोस्ट में लिखा था, "हमारे बहादुर जवानों की शहादत का नतीजा है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने अगले हफ्ते एक बैठक बुलाई है।"