सूखे की मार झेल रहे महाराष्‍ट्र में आईपीएल मैंचों में पानी की बरबादी के चलते मुबई हाई कोर्ट ने बीसीसीआई को फटकार लगाते हुए कहा था कि वो आईपीएल मैंचों को राज्‍य के बाहर शिफ्ट कर दे। जिस पर इस व्‍यवस्‍था से होने वाले भारी आर्थिक नुकसान का हवाला देते हुए बीसीसीआई ने कोर्ट से कहा है कि वो इस दौरान मैदानों के मेंटिनेंस के लिए सीवेज ट्रीटेड पानी का इस्‍तेमाल करेंगे।


पंजाब ने कहा वो मैच शिफ्ट करने पर है राजीमहाराष्ट्र में सूखे के चलते राज्य में आईपीएल मैचों के आयोजन पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका पर आज बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान बीसीसीआई के वकील ने कोर्ट को बताया कि आइपीएल की फ्रेंजाइजी टीम किंग्स इलेवन पंजाब अपने तीन मैचों को नागपुर से मोहाली शिफ्ट करने को तैयार है। न्यूज एजेंसी एएनआइ के मुताबिक बीसीसीआई के जवाब के बाद कोर्ट ने विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन और किंग्स इलेवन पंजाब को मामले में शामिल करने को कहा है। इस मामले में याचिकाकर्ताओं को 3 बजे तक जवाब देना है।RWITC का पानी करेंगे इस्तेमाल
वहीं IPL में पानी की बर्बादी से संबंधित याचिका पर सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने बॉम्बे हाई कोर्ट में कहा कि उन्होंने रॉयल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब (आरडब्ल्यूआईटीसी) से करार किया है। और वे सिर्फ RWITC का पानी ही स्टेडियम्स और पिचों की देखभाल के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। एमसीए के वकील ने कहा कि RWITC द्वारा सप्लाई किया जा रहा पानी पिचों की देखभाल के काफी है। मुंबई और पुणे में होने वाले 17 मैचों के लिए बीसीसीआई के वकील ने कोर्ट से वादा किया है कि इन मैचों के लिए हम सिवेज ट्रिटेड वाटर का इस्तेमाल करेंगे। बोर्ड ने कोर्ट को ये भी बताया कि सभी मैच शिफ्ट करने पर बोर्ड को करीब 100 करोड़ का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। कोर्ट को जवाब देने की आज थी आखिरी तारीखबता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र में सूखे के चलते आइपीएल मैचों को कहीं और शिफ्ट करने की याचिका पर बॉम्बे हाईकोर्ट में 7 अप्रैल को सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने 9 अप्रैल को मुंबई में होने वाले पहले आइपीएल मुकाबले पर रोक से इन्कार करते हुए कहा कि राज्य सरकार अगले मंगलवार यानी 12 अप्रैल तक यह जवाब देने को कहा था कि स्टेडियम्स को जो पानी सप्लाय किया जा रहा है वो पीने योग्य है या नहीं।

inextlive from Cricket News Desk

Posted By: Molly Seth