Beating Retreat Ceremony Today : देश की राजधानी दिल्ली में आज 'बीटिंग द रिट्रीट' समारोह में एक नया ड्रोन शो आयोजित किया जा रहा है। इस दाैरान करीब 1000 ड्रोन आसमान में जगमगाएंगे। पहली बार यह शो को आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में समारोह का हिस्सा बन रहा है।


नई दिल्ली (एएनआई)। Beating Retreat Ceremony Today : देश के 73वें गणतंत्र दिवस के उपरांत शनिवार को विजय चौक पर 'बीटिंग द रिट्रीट' समारोह का आयोजन हो रहा है। इस दाैरान दौरान पहली बार एक भव्य ड्रोन शो राष्ट्रीय राजधानी के ऊपर आसमान को चकाचौंध कर देगा। इसके अलावा आज के समारोह में एक और आकर्षण प्रोजेक्शन मैपिंग शो होगा। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति और सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर राम नाथ कोविंद शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस शो के गवाह होंगे।10 मिनट का ड्रोन शो आजादी के 75 साल पूरे होने पर
रक्षा मंत्रालय के अनुसार 1,000 ड्रोन से जुड़े 10 मिनट का ड्रोन शो आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में होगा। इसे इस साल 'आजादी का अमृत महोत्सव' के रूप में मनाया जा रहा है। इसे केंद्र की 'मेक इन इंडिया' पहल के डिजाइन, निर्मित और कोरियोग्राफ किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि ड्रोन शो स्टार्टअप 'बोटलैब डायनेमिक्स' द्वारा आयोजित किया गया है और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा समर्थित है।1,000 ड्रोन इस ड्रोन शो में भरेंगे उड़ान


शो के दौरान, स्वदेशी तकनीक के माध्यम से तैयार किए गए करीब 1,000 ड्रोन ड्रोन शो के दौरान बजाए गए सिंक्रोनाइज्ड बैकग्राउंड म्यूजिक के साथ उड़ान भरेंगे। भारतीय उत्साह के साथ मार्शल संगीत की धुन इस साल समारोह को और आकर्षक बनाएगी। मंत्रालय ने कहा कि कुल 26 प्रदर्शन भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के बैंड द्वारा बजाए गए संगीत के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगे। एंट्री बैंड 'वीर सैनिक' की धुन बजाते हुए मास बैंड होगा। इस साल समारोह में कई नई धुनें जोड़ी गईंइसके बाद पाइप और ड्रम बैंड, सीएपीएफ बैंड, वायु सेना बैंड, नौसेना बैंड, सेना सैन्य बैंड और मास बैंड होंगे। समारोह के मुख्य संवाहक कमांडर विजय चार्ल्स डिक्रूज होंगे। 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाने के लिए समारोह में कई नई धुनें जोड़ी गई हैं। इनमें 'केरल', 'हिंद की सेना' और 'ऐ मेरे वतन के लोगन' शामिल हैं। कार्यक्रम का समापन 'सारे जहां से अच्छा' धुन के साथ होगा। 'बीटिंग द रिट्रीट' सदियों पुरानी सैन्य परंपरा

आयोजन को और अधिक भारतीय बनाने के प्रयास में देशभक्ति गीत 'ऐ मेरे वतन के लोगो' शामिल हुआ है। 'बीटिंग द रिट्रीट' उन दिनों से चली आ रही सदियों पुरानी सैन्य परंपरा है, जब सूर्यास्त के समय सैनिक युद्ध से अलग यानी कि युद्ध समाप्त कर अपनी छावनी में चले जाते थे। इन्हीं सैन्य परंपराओं के आधार पर 'बीटिंग द रिट्रीट' समारोह बीते समय की पुरानी यादों का माहौल बनाता है।

Posted By: Shweta Mishra