चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक अधर में लटका रहेगा ऐतिहासिक लाक्षागृह और शहीद रोशन सिंह की शहादत स्थल के सौंदर्यीकरण का कार्य

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PRAYAGRAJ: प्रयागराज में दिव्य कुंभ के सफल आयोजन के बाद ऐतिहासिक स्थलों के सौंदर्यीकरण का काम चुनाव आचार संहिता की भेंट चढ़ गया है. आचार संहिता के चलते पैसा जारी होने के बाद भी अभी तक काम शुरू नहीं हो सका है. बता दें कि प्रदेश सरकार ने हंडिया स्थित ऐतिहासिक लाक्षागृह और स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान हुए काकोरी कांड के शहीद रोशन सिंह के शहादत स्थल को दुनिया के पटल पर दिखाने की योजना के अंतर्गत ढाई करोड़ से अधिक का बजट भी मंजूर किया है.

इतना बजट

2.5 करोड़ रुपए

का बजट स्वीकृत किया था लाक्षागृह के सौंदर्यीकरण, पर्यटक आवास गृह व परिसर में वाटर कूल व बैठने की व्यवस्था करने के लिए शासन ने मार्च के पहले सप्ताह में.

50

लाख रुपए जारी हो चुके हैं स्वीकृत बजट में से पर्यटन विभाग को पहले चरण के कार्य के लिए पहली किश्त के तौर पर.

8.60

लाख रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है वर्तमान के एसआरएन परिसर और अतीत की मलाका जेल को विकसित करने के लिए. यहां काकोरी कांड के अभियुक्त शहीद रोशन सिंह को फांसी दी गई थी.

50

लाख रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है पर्यटक केन्द्र के रूप में विकसित करने व सौंदर्यीकरण के लिए महेवा चाकी के करीब स्थित प्राचीन शिव मंदिर के लिए भी

यह कार्य होना है

शहीद रोशन सिंह के शहादत स्थल

को अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा स्थल की तर्ज पर विकसित किया जाएगा.

लाक्षागृह में पर्यटक आवास गृह, मिट्टी के टीले को मूर्त रूप दिया जाएगा, बेंचमार्क लगाया जाएगा व इंटरलॉकिंग का निर्माण किया जाएगा.

प्राचीन शिव मंदिर की बाउंड्री कराई जाएगी. परिसर में लाइटिंग, वाटर कूलर, बेंच की व्यवस्था व फाइबर शेड लगाया जाएगा.

कुंभ मेला के समाप्त होने के बाद प्रयागराज के ऐतिहासिक स्थलों का सौंदर्यीकरण कराने के लिए शासन ने बजट स्वीकृत किया था. तीनों प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं. इनकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर ली गई है. चुनाव आचार संहिता समाप्त होते ही एजेंसी का चयन कर कार्य शुरू कराया जाएगा.

-अनुपम श्रीवास्तव,

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी

Posted By: Vijay Pandey