- एग्जाम शुरू होने के बाद भी रह गए कई कॉलेज

- हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी काट रहे चक्कर

Meerut: यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में बीएड एग्जाम शुरू हो गए। पहले एग्जाम में किसी तरह जुगाड़ करके काफी स्टूडेंट्स अपना सेंटर देखकर समय से पहुंच गए। जबकि काफी स्टूडेंट्स को एडमिट कार्ड भी नहीं मिले और एग्जाम सेंटर का भी पता नहीं चला। इसका सबसे बड़ा कारण यूनिवर्सिटी द्वारा देर से डाली गई सेंटर की लिस्ट रही। साथ ही वेबसाइट भी नहीं खुल पाई और बच्चों के एडमिट कार्ड डाउनलोड नहीं हो पाए। वहीं डायरेक्ट एडमिशन लेने वाले बच्चे एक बार फिर परेशान दिखे।

यह रहा एग्जाम सीन

यूनिवर्सिटी ने बीएड एग्जाम के लिए पहले ही लिस्ट अपलोड कर दी थी। एग्जाम ख्9 सितंबर से होने तय किए गए। बीएड सेशन ख्0क्फ्-क्ब् में एडमिशन लेने वाले सभी स्टूडेंट्स को परीक्षा में शामिल किया गया। वहीं डायरेक्ट एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स की रार भी सुलझ गई, लेकिन वे दुबारा अटक गए। जो कॉलेज हाईकोर्ट से एग्जाम कराने के लिए आदेश ले आए थे उनको एग्जाम फार्म भरने के लिए दो दिन का समय दिया गया था। इस बीच कई कॉलेज आदेश आने के बाद भी फार्म नहीं भरवा पाए।

यूनिवर्सिटी के काट रहे चक्कर

एक तरफ जहां बीएड के एग्जाम शुरू हो गए, वहीं डायरेक्ट एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स ने अपने एग्जाम कराए जाने के लिए कॉलेजों में हंगामा किया। जिसको लेकर कॉलेज प्रशासन ने यूनिवर्सिटी में एग्जाम कंट्रोलर के सामने अपनी समस्या रखी। लेकिन उनको समाधान नहीं मिला। एग्जाम कंट्रोलर और बीएड एफिलिएशन सेल के बीच ये लोग घूमते रहे। ऐसे में सैकड़ों स्टूडेंट्स फिर परीक्षा से छूट गए। फिलहाल इन स्टूडेंट्स के एग्जाम कराए जाने के लिए आश्वासन दे दिया गया है।

पंगा अभी बाकी है

यूनिवर्सिटी के वीसी ने संबद्ध बीएड कॉलेज को एग्जाम फार्म से संबंधित निर्देश जारी किए थे, जिसमें वीसी ने सेशन ख्0क्फ्-क्ब् में शासनादेश का अनुपालन करते हुए उन सभी कॉलेजों को जिन्होंने क्ख् अक्टूबर ख्0क्फ् तक स्टूडेंट्स के एडमिशन लिए थे हाईकोर्ट के आदेशानुसार एग्जाम कराए जाने के निर्देश जारी किए थे। कॉलेजों को स्टूडेंट्स से परीक्षा फार्म ख्ब् सितंबर से ऑनलाइन भरवाने के निर्देश जारी किए गए थे। इसके बाद एग्जाम के लिए लिस्ट भी जारी कर दी गई थी। फिर भी काफी ऐसे स्टूडेंट्स थे जिनके एडमिशन निर्धारित डेट के बाद हुए थे। अब उन स्टूडेंट्स के एग्जाम कराने के लिए कॉलेज परेशान हैं। साथ ही स्टूडेंट्स लाखों रुपए देने के बाद भी अपने एग्जाम कराने के लिए भटक रहे हैं।

Posted By: Inextlive