- हर कॉलेजों को इंट्रीग्रेटेड बीएड के अनुसार कराना होगा मान्यता की शर्ते पूरी

- एनसीटीई के नए आदेश से सभी बीएड कॉलेजों की मान्यता की प्रक्रिया बदलेगी

LUCKNOW : नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) की ओर से बीएड कोर्स में हुए बदलाव के बाद अब देश के सभी बीएड कॉलेजों को नए सिरे से मान्यता के लिए आवेदन करना होगा। एनसीटीई ने साफ किया है कि बीएड कोर्स 2019 से इंट्रीग्रेटेड कोर्स की तरह संचालित होगा। इंटर बाद शिक्षक बनने के लिए शुरू किए जा रहे चार वर्षीय बीएड कोर्स में एडमिशन लेना होगा। इसके साथ ही एनसीटीई ने इंट्रीग्रेटेड बीएड कोर्स के लिए जो नए मानक तय किए हैं उसके लिए सभी स्टेट यूनिवर्सिटी को अपने बीएड कॉलेजों को नए सिरे से संबद्धता के लिए प्रक्रिया शुरू करानी होगी।

केवल बीए और साइंस में संचालित होगा बीएड

एनसीटीई के नए नोटिफिकेशन के तहत इंट्रीग्रेटेड बीएड कोर्स का संचालन केवल बीए और बीएससी कोर्स के साथ ही होगा। बीकॉम में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को इंट्रीग्रेटेड बीएड कोर्स का लाभ नहीं मिलेगा। साथ ही एडमिशन के समय ही सभी स्टूडेंट्स को यह भी तय करना होगा कि वह प्राइमरी लेवल व उच्च प्राइमरी लेवल की पढ़ाई करना चाह रहे हैं। ताकि कोर्स पूरा करने के साथ ही उन्हें दिए जाने वाले डिग्री में इसका जिक्र किया जा सके।

कॉलेजों के लिए खड़ा हुआ संकट

नए नियम के अनुसार अब इंट्रीग्रेटेड बीएड कोर्स उन्हीं कॉलेजों में संचालित होगा, जिनके यहां पर बीए और बीएससी कोर्स है। अगर किसी कॉलेज में इन दोनों कोर्स में कोई एक कोर्स है तो उन्हें केवल संचालित कोर्स में इंट्रीग्रेटेड बीएड चलाने का मौका मिलेगा। इसके अलावा इंट्रीग्रेटेड बीएड कोर्स संचालित करने के लिए सभी कॉलेजों को नए मानकों के अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति और इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाना होगा। जिसके लिए उन्हें अपने सम्बद्ध यूनिवर्सिटी से मान्यता के लिए आवेदन करना होगा।

इन कॉलेजों को मिलेगा मौका

इसका सर्वाधिक फायदा एडेड-राजकीय कॉलेजों को होगा। इन कॉलेजों में पहले से ही बीए और बीएससी के कोर्स चल रहे हैं। यानी इन कॉलेजों में भविष्य में इंटर के बाद इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।

Posted By: Inextlive