केंद्रीय हिंदी संस्थान से फोटो वायरल होने के बाद पहुंचा प्रशासन

मौके पर नहीं मिला कुछ भी फिर भी कराई जा रही है जांच

आगरा। शुक्रवार की रात केंद्रीय हिंदी संस्थान से बीफ पार्टी के फोटो वायरल होने के बाद प्रशासन में हलचल मच गई। मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ हरीपर्वत पहुंच गए। वहां पर छानबीन में पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा। जिन छात्रों का फोटो वायरल हुआ था वह भी नहीं मिले। शनिवार की सुबह गौ-रक्षा दल के लोग मौके पर पहुंच गए। इस मामले को लेकर उन्होंने धरना शुरू कर दिया। इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई।

रात में हुआ था वायरल

शुक्रवार की रात अचानक सोशल मीडिया पर केंद्रीय हिंदी संस्थान में हुई बीफ पार्टी के फोटो वायरल हो गए। उसने बीफ के साथ छात्र भी दिखाई दे रहे हैं। रात में जब सिटी मजिस्ट्रेट रेखा एस। चौहान व सीओ हरीपर्वत अनुराग वत्स मौके पर पहुंचे। लेकिन अधिकारियों को वहां पर ऐसा कुछ भी नहीं मिला। उस दौरान संस्थान में मैस की भी जांच की गई।

शनिवार को हुआ हंगामा

शनिवार को सुबह छह बजे गौ-रक्षा दल के कार्यकर्ता केंद्रीय हिंदी संस्थान पहुंच गए। विद्या के मंदिर में बीफ पार्टी पर उन्होने हंगामा कर दिया। उन्होंने गौ हत्यारों को फांसी देने के नारे लगाए। हिन्दूवादी नेता अज्जू चौहान ने कहा कि सिटी के अंदर बीफ पार्टी होना बड़ी घटना है। कोई भी विदेशी छात्र यहां पर गाय का मांस खरीद सकता है। फेसबुक पर भी इसके बारे में लिखा जा सकता है।

प्रबंधतंत्र से की बात

इस मामले को लेकर प्रबंधतंत्र से बात की गई तो। अज्जू चौहान के मुताबिक हॉस्टल वार्डन का कहना था कि हमारे यहंा हॉस्टल में मांसाहार प्रतिबंधित है। छात्रों को सादा खाना मिलता है। रजिस्ट्रार नंद किशोर त्रिपाठी का कहना था कि छात्र महीने में एक-दो बार ही हॉस्टल में खाना खाते हैं। बाकी दिन वह मांसाहार बाहर से लाकर खाते हैं।

शराब भी लाई जाती है

शराब और मांस उनका रोज का खाना है। खाने में छात्र क्या लाते हैं इसकी जानकारी संस्थान के लोगों को नहीं है। अज्जू चौहान का कहना था इस मामले में दोषी छात्र यदि बर्खास्त नहीं हुए तो आंदोलन होगा। इस दौरान नंद किशोर वाल्मीकि, मुन्ना बजरंगी, नीरज सिकरवार, देव शर्मा, विपिन कुमार प्रजापति, दीपक चाहर, मोनू सिंह, सचिन सिंह ठाकुर, नितिन पंडित, सुधीर सिंह, बब्बू चौधरी, श्रीकांत, आकाश पंडित, प्रवीन राजपूत आदि मौजूद रहे।

छुप जाते हैं मामले

सूत्रों के मुताबिक पांच साल पहले छात्राओं ने निदेशक को शिकायती पत्र लिखा था जिसमें एक अधिकारी पर आरोप था कि वह छात्राओं के कमरे में जाकर अभद्र भाषा बोलते हैं। गंदी बात करते हैं। लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।

2014 में हुए थे कपड़े गायब

विदेशी छात्राओं ने रात में किसी को बालकनी से भागते हुए देखा था। उस दौरान वह डर गई। उन्होंने देखा कि उनके कपड़े गायब हैं। इस पर उन्होंने शिकायत भी की लेकिन इस मामले में भी कुछ पता नहीं चला।

Posted By: Inextlive