- रालोद के राष्ट्रीय महासचिव जयंत चौधरी ने किया खुलासा

-बोले, नीतीश से हो गई है रालोद मुखिया की बात

- छोटे-छोटे दल भी किए जाएंगे शामिल

Meerut : जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का समय करीब आता जा रहा है, प्रदेश में राजनीतिक दलों की हलचलें बढ़ती जा रही हैं। प्रदेश में चुनावों से पहले नया मोर्चा जन्म ले सकता है, जिसकी अगुवाई रालोद के मुखिया चौधरी अजित सिंह करेंगे।

अजित के बेटे और पार्टी महासचिव जयंत चौधरी ने मंगलवार को मेरठ में इसका खुलासा किया। वह यहां हरियाणा में मारे गए जाट समुदाय के युवाओं और जम्मू-कश्मीर में हाल में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित रालोद के कार्यक्रम में आए थे। इस मौके पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयंत ने बताया कि इस बार विधानसभा चुनाव के लिए रालोद बड़ी तैयारी कर रही है। हाल में बिहार में सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) भी रालोद के साथ अहम भूमिका निभा सकती है। जयंत ने बताया कि इसके लिए नीतीश और चौधरी साहब (अजित) के बीच बातचीत हो चुकी है। इसके अलावा सूबे के छोटे-मोटे दलों को भी शामिल कर बड़ा मोर्चा बनाकर चुनाव लड़ा जाएगा।

जेएनयू की छवि को किया धूमिल

जेएनयू प्रकरण में नारेबाजी के बाद हुई कार्रवाई पर पार्टी का स्टैंड साफ करते हुए कहा कि नारेबाजी हुई या नहीं हुई। वीडियो टेप सही है या गलत है, इस पर फैसला कोर्ट कर रहा है। भाजपा ने जेएनयू की साख को बट्टा लगाने का जो काम किया है, वो गलत है। भाजपा की सरकार के कई मंत्री, नेता जेएनयू के स्टूडेंट रहे होंगे। आज जेएनयू को बदनाम कर रहे हैं तो कल बीएचयू का नंबर भी आ सकता है।

हरियाणा में मांगा राष्ट्रपति शासन

जयंत ने इस मौके पर बीजेपी को जमकर कोसा। हरियाणा में जारी जाट आंदोलन हिंसा पर उन्होंने कहा, जिस राज्य में शांति व्यवस्था कायम कराने के लिए सेना लगानी पड़े, वहां राष्ट्रपति शासन क्यों नहीं? हरियाणा में सरकार के आश्वासन के बाद भी जनता को भरोसा नहीं है। मुजफ्फनगर दंगा भी सरकार और जनता के बीच भरोसे की कमी के कारण हुआ था। हरियाणा में आरक्षण की मांग जायज है। सरकार ने विश्वास में नहीं लिया तो पब्लिक को सड़क पर उतरना पड़ा। कोर्ट में जनता की लड़ाई लड़ना सरकार का काम है, किसी नेता या पार्टी का नहीं।

Posted By: Inextlive