इलाहाबाद म्यूजियम में कुंभ मेला से पहले बनाया जाना था बच्चों के लिए पार्क

ALLAHABAD: देश के चार सबसे पुराने म्यूजियम में शुमार इलाहाबाद म्यूजियम में एक ऐसी योजना पर ग्रहण लग गया है जिसमें बच्चों की मौज-मस्ती का खजाना दिया जाना था। म्यूजियम में एक करोड़ की लागत से कुंभ मेला से पहले फाउंटेन लाइट, बच्चों की रेलगाड़ी व आकर्षक झूलों के बीच मिनी पार्क बनाने का प्रस्ताव संस्कृति मंत्रालय ने फिलहाल रोक दिया है। मिनी पार्क बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी म्यूजियम में मई महीने में हुई म्यूजियम कार्यकारिणी की बैठक में दी गई थी। जिसमें इलाहाबाद म्यूजियम की कार्यकारिणी के चेयरमैन व प्रदेश के गर्वनर राम नाईक भी मौजूद थे।

पहले बनेगी आजाद गैलरी

म्यूजियम में मिनी पार्क बनाने की कवायदों के बीच संस्कृति मंत्रालय की ओर से पिछले सप्ताह म्यूजियम में आठ करोड़ की लागत से आजाद गैलरी बनाने का पत्र भेजा गया था। जिसे मंजूरी के लिए मंत्रालय द्वारा गर्वनर राम नाईक के पास भेजा गया है। अधिकारियों की मानें तो मंत्रालय ने मिनी पार्क के बजट को गैलरी में समाहित कर दिया है। जिसकी वजह से पार्क बनाने का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया है।

कार्यकारिणी में मिली थी स्वीकृति

इलाहाबाद म्यूजियम के विकास के संबंध में 24 मई को कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें कार्यकारिणी के अध्यक्ष व गर्वनर राम नाईक से विचार विमर्श व उनके अनुमोदन के बाद म्यूजियम परिसर में बच्चों के लिए मिनी पार्क बनाने को स्वीकृति मिली थी। जिसे कुंभ मेला से पहले बनाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया था।

ऐसा नहीं है कि बच्चों के लिए मिनी पार्क नहीं बनाया जाएगा। लेकिन संस्कृति मंत्रालय के निर्देश पर आजाद गैलरी को सबसे पहले बनाने की योजना बनाई गई है। इसलिए मिनी पार्क के बजट को गैलरी के प्रस्तावित बजट में शामिल किया गया है।

डॉ। सुनील कुमार गुप्ता

निदेशक इलाहाबाद म्यूजियम

Posted By: Inextlive