- राइट्स ने कैंट बोर्ड और सैन्य अधिकारियों के सामने रखा नया प्रपोजल

- पीसीबी ने आर्मी, कैंट और डीईओ को लैंड से संबंधित डिटेल 18 तक देने को कहा

- 18 के बाद डिफेंस मिनिस्ट्री को भेजी जाएगी संस्तुति के लिए रिपोर्ट

Meerut : कैंट इलाके में मेट्रो रूट को लेकर सभी परेशानियां दूर होती हुई दिखाई दे रही हैं। इस बार राइट्स ने जो प्रोजेक्ट सैन्य और कैंट बोर्ड के अधिकारियों के सामने रखा है। उससे सभी अधिकारी संतुष्ट दिख रहे हैं। वहीं सब एरिया कमांडर ने अपनी तीनों ही इकाइयों को इस पर काम करने के लिए कह दिया है। ताकि 18 दिसंबर तक अपनी और राइट्स की रिपोर्ट को डिफेंस मिनिस्ट्री में अप्रूवल के लिए भेजी जा सके।

 

सिग्नल रेजीमेंट तक अंडरग्राउंड मेट्रो

गुरुवार को राइट्स की सैन्य और कैंट बोर्ड के अधिकारियों के साथ हुई मीटिंग में कैंट के दो रूटों का एक नया प्लान सामने रखा। इस प्लान के तहत दो कॉरीडोर पहला गोकुलपुर से श्रद्धापुरी की ओर जाने वाला और दूसरा बेगमपुल से सोफीपुर जाना वाले कॉरिडोर पर बात की गई। गोकुलपुर से श्रद्धापुरी जाने वाले कॉरिडोर में कैंट में पड़ने वाले बेगमपुल से सिग्नल रेजीमेंट तक की लाइन को अंडरग्राउंड कर दिया गया है। उसके बाद ये लाइन एलीवेटिड हो जाएगी। वहीं दूसरे कॉरिडोर में बेगमपुल से कैंट स्टेशन तक की लाइन आबूनाले के ऊपर बनाई जाएगी। इसके बीच में एमएच के पास भी स्टेशन बनाया जाएगा।

 

पीसीबी ने दिए निर्देश

प्रोजेक्ट को सुनने के बाद पीसीबी मेजर जनरल वीके यादव को सैन्य अधिकारियों, डीईओ और कैंट बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि तीनों पता करें कि दोनों कॉरिडोर के रास्ते में किस यूनिट का कितना एरिया, किस तरह की लैंड और उस लैंड का सर्वे नंबर आ रहा है। पीसीबी ने तीनों ही को 18 दिसंबर तक अपनी इस रिपोर्ट को सौंपने के लिए कहा है। ताकि उनकी संस्तुति के साथ इसे अप्रूवल के लिए डिफेंस मिनिस्ट्री में भेजा जा सके। इस मीटिंग में राइट्स और पीसीबी के अलावा सैन्य अधिकारियों में स्टेशन हेड क्वार्टर के ऑफिसर्स, कर्नल क्यू कर्नल एसके सिंह, एडम कमांडेंट रणधीर सिंह, कर्नल जीएस राजीव कुमार, कैंट बोर्ड के सीईओ राजीव श्रीवास्तव, डीईओ नवेंद्र नाथ, सीईई अनुज सिंह मौजूद थे।

Posted By: Inextlive