RANCHI : रिम्स में अब बिहेवियर चेंज की पाठशाला चलेगी। मरीजों के साथ कैसा बर्ताव किया जाए, इसकी जानकारी मेडिकोज को दी जाएगी। रिम्स के प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसीन डिपार्टमेंट की ओर से इस बाबत प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इसके लिए योग्य एजेंसी को तलाशा जा रहा है ताकि उनके एक्सप‌र्ट्स के द्वारा मेडिकोज को बिहेवियर चेंज के बारे में गाइड कर सकें। गौरतलब है कि रिम्स में बार-बार मरीज व उनके परिजनों के साथ हो रहा विवाद व मारपीट की घटनाओं को देखते हुए ही यह कदम उठाया जा रहा है ताकि विपरीत परिस्थितियों में भी वे संयमित होकर अपनी ड्यूटी निभा सकें।

होगा विजुअल प्रेजेंटेशन

बिहेवियरल चेंज की क्लासेज के लिए एजेंसी को वीडियो का कलेक्शन तैयार करने को कहा जाएगा। ताकि, मरीजों के साथ कैसे बिहेव किया जाए, उसे वीडियो के जरिए दिखाया जा सके। साथ ही अपने सहकर्मियों और सीनियर के साथ ट्रीट करने की भी जानकारी दी जाएगी। ऐसे में डेली क्लास के दौरान ही मेडिकोज को विजुअल भी दिखाया जाएगा। चूंकि कुछ चीजें देखने से दिमाग तेजी से अडॉप्ट करता है। इसी को ध्यान में रखते हुए विजुअल क्लासेज की व्यवस्था की जा रही है।

मरीजों व परिजनों से बिहेव के सीखेंगे तरीके

हॉस्पिटल में इलाज के लिए हर तरह के मरीज आते है। इसमें ज्यादा संख्या कमजोर तबके के मरीजों की होती है। वहीं, कुछ मरीजों के परिजन ऐसे भी होते है जो इलाज के दौरान भड़क जाते है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर अपना आपा खो देते है और मरीजों के साथ विवाद होने लगता है। ऐसी सिचुएशन पैदा नहीं हो, इसके लिए ही मेडिकोज के बिहेवियरल चेंज की पाठशाला लगाने का निर्णय लिया गया है।

आपस में भी भिड़ जाते हैं मेडिकोज

रिम्स में मरीजों के इलाज के साथ ही मेडिकल की पढ़ाई व रिसर्च भी होते है। ऐसे में हजारों की संख्या में मेडिकल स्टूडेंट्स हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करते है। लेकिन कुछ अंतराल पर हॉस्टल में रहने वाले मेडिकोज के बीच भी तनाव बना रहता है। वहीं, ज्यादा हो जाने पर मारपीट की नौबत भी आ जाती है। ऐसे में पढ़ाई के साथ ही मरीजों का इलाज भी प्रभावित होता है।

Posted By: Inextlive