एक बार फ‍िर इजरायल में लिकुड पार्टी ने आम चुनाव जीत लिया है. बताते चलें कि पार्टी ने जायोनिस्‍ट यूनियन को हराकर ये आम चुनाव जीता है. चुनाव में लिकुड पार्टी ने 30 सीटें और 23 प्रतिशत वोट झटके हैं. इस तरह से 23 प्रतिशत वोटों के साथ्‍ा नेतन्‍याहू फ‍िर से इजरायल के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर काबिज होंगे.

कुछ ऐसे रहे चुनाव के परिणाम
चुनाव के परिणाम पर गौर करें तो वामपंथी जायोनेस्ट यूनियन को 24 सीटें और कुल 19 प्रतिशत वोट मिले हैं. सीटों की बात करें तो इजरायली संसद नैसेट में कुल 120 सीटें हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह वाकई चौंकाने वाला परिणाम है. ऐसा इसलिए क्योंकि बीते शुक्रवार को आए चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में आइजक हेरजोंग के नेतृत्व वाली जिओनिस्ट यूनियन को लेकर कुल चार या पांच सीटों की बढ़त दिखाई जा रही थी.
बीते पन्नों पर एक नजर
उल्लेखनीय है कि 9 साल तीन महीने से ज्यादा समय सत्ता में काबिज रहे 65 वर्षीय नेतन्याहू ने चुनावों में अपनी ही जीत का भरोसा दिलाया था. वहीं दूसरी ओर अपने ही बयान को सच साबित करने के क्रम में नेतन्याहू ने चुनाव प्रचार के अंतिम समय सख्त रुख अख्तियार कर लिया था. उन्होंने कहा था कि जब तक वह सत्ता में काबिज रहेंगे, तब तक कोई अन्य देश यहां स्थापित नहीं होगा.
बढ़ सकता है तनाव
सिर्फ इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने अरब नागरिकों का अपमान भी किया था. वहीं अब चुनाव में नेतन्याहू की जीत से फलस्तीनियों के साथ इजरायल के संबंध और भी ज्यादा तनावपूर्ण होने की आशंका है. याद हो तो चुनाव संपन्न होने के बाद नेतन्याहू ने यह बात कही थी कि नयी सरकार बनाने के लिए वह पहले ही अन्य मध्य दक्षिण दलों से बात कर सकते हैं. ऐसे में नेतन्याहू का फिर से जीतना क्या किसी संघर्ष को जन्म दे सकता है.

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Posted By: Ruchi D Sharma