--चंदनक्यारी में 26 मार्च से शुरू होगा भैरव महोत्सव

--पर्यटन, कला-संस्कृति और युवा कार्य विभाग करा रहा आयोजन

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RANCHI (18 March): झारखंड का नाम आते ही धार्मिक मान्यताओं की कहानियां मन में तैरने लगती हैं, लेकिन प्रदेश में अब भी ऐसे कई मंदिर हैं, जो देश-दुनिया की नजरों से दूर हैं। ऐसा ही एक पावन स्थल है भैरव बाबा का प्राचीन मंदिर जो बोकारो जिला के चंदनक्यारी प्रखंड के भोजुडीह गांव में स्थित है। ब्लॉक मुख्यालय से मात्र क्0 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह मंदिर। इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए ख्म् मार्च से लेकर ख्8 मार्च तक भैरव महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले के संबंध में झारखंड सरकार के पर्यटन, कला, संस्कृति एवं युवा कार्य विभाग के मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि भैरव महोत्सव झारखंड में पहली बार कला-संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित किया जा रहा है।

800 साल पुराना मंदिर

महोत्सव का मुख्य उद्देश्य झारखंड के प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिरों की जानकारी को आम लोगो तक पहुंचाना है। साथ ही महोत्सव में कई सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है। भैरव स्थान में हर दिन स्थानीय लोग सैकड़ो की संख्या में पूजा करने आते हैं। करीब 800 साल साल पहले बने इस मंदिर की मूर्तियां क्ख्वीं शताब्दी के समय की हैं। साथ ही यहां भैरव बाबा के अलावा दुर्गा मां की भी प्रतिमा स्थापित है। वैसे तो यहां हर दिन पूजा होती है, लेकिन शिवरात्रि और फाल्गुन महीने में यहां विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। भैरव मंदिर में प्रसाद के रूप में नारियल चढ़ाया जाता है। कहते हैं कि इस मंदिर में जो भी मन्नत मांगी जाती है, उसे भैरव बाबा जरू पूरी करते हैं।

चमत्कारी तालाब की चर्चा

भैरव स्थान न सिर्फ अपने प्राचीन मंदिर के कारण प्रसिद्ध है बल्कि यहां एक चमत्कारी तालाब भी है। जिसके पानी से स्नान करने पर कई बीमारियां दूर हो जाती हैं। मान्यता है कि चंदनक्यारी के आसपास के क्षेत्र में जो भी बच्चे का जन्म होता है, उसे इस तालाब के अमृत जल से नहलाया जाता है। कहते हैं कि ऐसा करने से बच्चे को कोई बीमारी नही होती है। तालाब के अंदर दो पत्थर के चाक लगे हैं, जिसके बारे में कहा जाता है कि सदियों पहले यहां रहने वाले लोगो ने इस तालाब के पानी को दामोदर नदी तक पहुंचाने के लिए लगाया था। आज भी यह चाक तालाब में देखे जा सकते हैं। झारखंड पर्यटन विभाग भैरव स्थान को विकसित करने के लिए कई योजनाएं बना रहा है, ताकि झारखंड के लोगो के साथ साथ देश भर के लोग न केवल इस मंदिर की महिमा को जानें बल्कि यहां आकर साक्षात बाबा भैरव के दर्शन भी करें।

Posted By: Inextlive