-सीएम ने जर्जर तारों को हटाकर अंडरग्राउंड केबिल बिछाने का दिया था आदेश

-पॉवर कॉरपोरेशन के सर्वे के बाद भी नहीं हुआ काम

GORAKHPUR: सिटी की सबसे बड़ी दवा मार्केट भालोटिया काफी समय से लो वोल्टेज की समस्या से जूझ रहा है। व्यापारियों ने इस संबंध में सीएम से मुलाकात भी की थी। जिसका कायाकल्प करने के लिए सीएम ने पॉवर कॉरपोरेशन के अधिकारियों को आदेश दिया था। भालोटिया मार्केट की सीसी रोड बनने के दौरान नगर निगम और पॉवर कॉरपोरेशन के अफसरों ने अंडरग्राउंड केबिल बिछाने के लिए सर्वे भी किया था। लेकिन सर्वे के बाद से कोई काम नहीं हो पाया। आज भी व्यापारी जर्जर तार के बीच कारोबार करने के लिए मजबूर है। मार्केट में बिजली के मकड़ जाल के चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

भलोटिया मार्केट में 40 साल पुराने जर्जर तार पूरी तरह से उखड़ चुके हैं। जबकि दवा मंडी में सीएम के आदेशानुसार कायाकल्प किया जाना था। साथ ही जर्जर तार हटाकर अंडरगाउंड केबिल बिछाने के साथ लो वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए ट्रांसफार्मर भी लगाया जाना था। इसके लिए बीच में जगह की समस्या उत्पन्न हो गई। पॉवर कॉरपोरेशन के अफसरों ने मौके पर मुआयना कर टाउन हाल के पास जगह चिन्हित की थी। इतना ही नहीं नगर निगम द्वारा मार्केट में सीसी सड़क निर्माण के साथ-साथ अंडर ग्राउंड केबिल भी डाली जानी थी। लेकिन नगर निगम के सहयोग से सड़क का निर्माण तो पूरा हो चुका लेकिन पॉवर कॉरपोरेशन की ओर से आज तक अंडरग्राउंड केबिल नहीं बिछाई जा सकी। जबकि सड़क के दोनों छोर पर केबिल बिछाने के लिए जगह भी छोड़ी गई है।

लकड़ी के पोल पर तारों का जाल

लकड़ी के पोल पर जर्जर तारों का अंबार भालोटिया मार्केट की पहचान सी बन गई है। ये तार कभी भी बड़ी दुर्घटना की वजह बन सकते है। हालांकि नगर निगम निर्माण विभाग ने बिजली निगम के अफसरों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए सड़क के दोनों तरफ जगह छोड़ दिया है। ताकि सड़क को खोदना ना पड़े। अंडर ग्राउंड केबिल बिछाने के लिए व्यापारियों ने कई बार बिजली निगम के अफसरों को लिखित पत्र भी दिया है, लेकिन अधिकारियों ने अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया।

कोट

भालोटिया मार्केट से जर्जर तारों को हटाने के साथ अंडर ग्राउंड केबिल बिछाने के लिए पॉवर कॉरपोरेशन के अफसरों ने मुआयाना किया है। साथ ही लो वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए ट्रांसफार्मर भी लगाया जाना है। इस संबंध में कई बार कंप्लेन भी की गई लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।

आलोक चौरसिया, महामंत्री दवा विक्रेता संघ

Posted By: Inextlive