- कांवड़ रूट पर जगह-जगह कैंप लगाएगा आरएसएस

- हरिद्वार से जल लेकर आएंगे तीन हजार स्वयंसेवक

Meerut: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कांवड़ यात्रा को लेकर पुख्ता तैयारी की है। पहली बार कांवड़ यात्रा में बम-बम भोले के साथ भारत माता की जय की भी गूंज सुनाई देगी। बताते हैं आरएसएस का मकसद कांवड़ यात्रा के दौरान धार्मिक भावनाओं के साथ साथ देशभक्ति की भावना भी जाग्रत है। कांवड़ यात्रा में व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए आरएसएस के पदाधिकारियों ने बैठक की ।

माहौल तैयार करने की कवायद

राजनीतिक पंडितों की मानें तो पहली बार राष्ट्रीय स्वयं सेवक इतने बड़े स्तर पर कांवड़ यात्रा की तैयारी कर रहा है। अकेले मेरठ जिले से करीब 3000 हजार स्वयंसेवक हरिद्वार कांवड़ लेकर जाएंगे। जिनके स्वागत और सेवा के लिए इतने ही स्वयंसेवकों को कैंप लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

रास्ते में लगाए जाएंगे कैंप

आरएसएस के कैंप में स्वयंसेवकों के अलावा अन्य शिवभक्तों के भी ठहरने से लेकर खाने-पीने तक की व्यवस्था होगी। कैंप में आरएसएस के कार्यक्रमों की पूरी झलक दिखाई देगी। भोजन प्रमुख से लेकर व्यवस्था प्रमुख तक सभी जिम्मेदारी स्वयंसेवकों को सौंपी जाएगी।

एक कांवड़ देश के नाम

आरएसएस के सभी कैंप पर एक कांवड़ देश के नाम लिखा बैनर होगा। शिविर में भगवा रंग दिखाई देगा। भारत माता की जय, वंदे मातरम व देशभक्ति के तराने सुनाई देंगे। सभी 3000 स्वयं सेवक महा शिवरात्रि को माधवकुंज स्थित शिव मंदिर में जल चढ़ाएंगे।

भारत माता की जय का उद्घोष

बैठक में शिविर संचालकों को बताया गया कि हर शिविर में बम-बम भोले के जयकारे के साथ भारत माता की जय की भी गूंज सुनाई देनी चाहिए। ताकि लोगों को देशभक्ति के साथ भी जोड़ा जा सके। बैठक में दौरान सैंकड़ों शिविर संचालकों के अलावा प्रांत संघचालक सूर्य प्रकाश टोंक सहित संघ के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

वर्जन

सभी कांवड़ शिविर संचालकों की बैठक की गई। बैठक में शिविर संचालकों को बताया गया कि शिविर में भारत माता का चित्र व भगवा ध्वज के साथ राष्ट्रीय ध्वज जरूर होना चाहिए।

-अरुण जिंदल, विभाग संपर्क प्रमुख

Posted By: Inextlive