AGRA (23 June): भरतपुर हाउस में हुई सोल कारोबारी राजकुमार लालवानी की हत्या में पुलिस ने मामले को समझने के लिए टाइमिंग पर पूरा जोर दिया है। कौन कितने बजे आया और गया इसकी जानकारी जुटाई है। सुरक्षा गार्डो से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस की माने तो मात्र 18 मिनट में रस्तोगी के आने से लेकर जाने की कहानी सिमटी हुई है। अब सुरक्षा गार्डो के बयान को कलमबंद किया जा रहा है।

सीसीटीवी से किया मिलान

पुलिस के मुताबिक जिस दौरान संजीव रस्तोगी सोल कारोबारी राजकुमार के घर में गया था उस दौरान सीसीटीवी कैमरे का टाइम 12.22 था। 12.22 से लेकर 12.38 तक कोई हलचल नहीं थी। 12.39 पर अचानक सुरक्षा गार्डो ने चार राउंड फायर के सुने तो वह हक्के-बक्के से रह गए। इसके बाद लड़खड़ाता हुआ संजीव रस्तोगी बाहर आया और उसका चालक उसे लेकर निकल गया। उस दौरान सीसीटीवी का टाइम 12.40 था।

18 मिनट में सिमटी वारदात

पुलिस की मानें तो अभी तक टाइमिंग को लेकर पशोपेश बना हुआ था। लेकिन सीसीटीवी की फुटेज निकाली तो स्थिति स्पष्ट हुई है। अब इन 18 मिनट के बीच उन दोनों में किस बात को लेकर क्या विवाद हुआ इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस के सामने समस्या है कि घटना का प्रत्यक्षदर्शी कोई नहीं है। आस-पास से भी पुलिस को मदद नहीं मिल पाई है।

पत्नी के बयान पर पुलिस का फोकस, खुल सकते हैं राज

राजकुमार लालवानी की पत्नी ने इस मामले में अभी तक एक श?द भी पुलिस के सामने नहीं कहा है। पत्‍‌नी की स्थिति कुछ बोलने लायक भी नहीं है। परिजनों के मुताबिक अभी वह कुछ भी नहीं बोल पा रही है। घटना को लेकर पत्नी अभी तक सदमे में है। पुलिस भी पत्नी की हालत ठीक होने के इंतजार में है। चूंकि पुलिस के क्राइम सीन में पत्नी का बयान नया खुलासा कर सकता है।

लगातार हुए चार फायर

सुरक्षा गार्डो ने पुलिस को बताया कि उन्होने लगातार चार राउंड फायर की आवाज सुनी थी। अब ऐसे में दो गोलियों के बीच की टाइमिंग गड़बड़ा गई है चूंकि पहले एक मिनट में चारों गोली चलने की बात निकल कर आई थी लेकिन गार्ड के बयान से दूसरी स्थिति स्पष्ट हुई है। यदि लगातार फायरिंग हुई है तो दोनों के बीच की दूरी भी कम रही होगी। चूंकि फायरिंग एक ही रिवॉल्वर से हुई है।

Posted By: Inextlive