- इंदिरा नगर के पास स्थित भूतनाथ मार्केट का हाल

- अतिक्रमण के चलते स्थानीय दुकानदार परेशान

- नगर निगम से गुहार लगाने के बाद भी इंक्रोचमेंट से नहीं मिली मुक्ति

LUCKNOW: ख्भ्0 मीटर की रोड पर 700 दुकानें। रोड पर चलने को जगह नहीं। पीने का पानी नहीं और आलम का यह हाल है कि आग कभी भी लग सकती है। यह हाल है भूतनाथ मार्केट का। यहां के दुकानदार अतिक्रमण से परेशान हैं। इस मार्केट के व्यापारी इस प्रॉब्लम के निपटारे के लिए नगर निगम और पुलिस के अधिकारियों से भी मिले, लेकिन हुआ कुछ भी नहीं।

ब्0 फुट चौड़ी सड़क में चलने की जगह क्0 फुट

इंदिरा नगर के पास स्थित भूतनाथ मार्केट में ख्भ्0 मीटर की दूरी पर सड़क के दोनों और डबल स्टोरीज में तमाम दुकानें खुली हैं। लगभग तीस साल पुरानी इस मार्केट में सबसे बड़ी प्रॉब्लम पार्किंग की है। ख्भ्0 मीटर की दूरी में सड़क के दोनों ओर ही रोड पर ही गाडि़यां खड़ी हैं। जो जगहें बची हुई हैं वहां पर अतिक्रमण वालों का कब्जा है। जगह-जगह ठेले लगे हुए हैं। यहां पर व्यवस्था को ठीक करने के लिए एक पुलिस चौकी बनी है लेकिन इस गर्मी में पुलिस के जवान कमरों में ठंडी हवा खाते रहते हैं। स्थानीय दुकानदारों के अनुसार यह रोड लगभग ब्0 फीट चौड़ी है, लेकिन गाडि़यों की अवैध पार्किंग और अतिक्रमण के चलते रोड पर मात्र दस फुट की जगह ही बचती है। इसमें दोनों तरफ का ट्रैफिक निकलता है। खास बात यह है कि रोड के एक साइड में कॉलोनी बनी हुई है। इस कॉलोनी में लोगों को अपने घर पहुंचने के लिए इस जाम से गुजरना पड़ता है। कई बार तो वे इसी जाम में घंटों फंसे रहते हैं। यहां के व्यापारियों की माने तो नगर निगम के लोग कई बार यहां पर अतिक्रमण हटा चुके हैं लेकिन पुलिस की देखरेख में फिर से सभी अवैध दुकानें खुल जाती हैं।

अतिक्रमण और अवैध पार्किंग की समस्या के बारे में तो कई बार नगर निगम और पुलिस को बताया जा चुका है। बड़े मंगल से पहले हमें बताया गया था कि जल्द ही यहां पर एक ट्रैफिक सिपाही की व्यवस्था की जाएगी लेकिन आज तक कोई नहीं आया।

देवेंद्र गुप्ता

अध्यक्ष, भूतनाथ आदर्श व्यापार यूनियन

रियेक्शन

कई बार कहा गया है कि इस रोड की प्रॉब्लम्स दूर की जाएगी, लेकिन आज तक नहीं हुई। हाल यह है कि इस मार्केट में आने से पहले अब लोगों को सोचना पड़ता है। नुकसान हमें झेलना पड़ता है।

राजेश कुमार

व्यापारी

इस मार्केट में आने वाले ख्0 प्रतिशत लोग यहां पर एंट्री न ले पाने के कारण वापस लौट जाते हैं। ये रोज की कहानी है। इतना ही नहीं हम लोगों ने व्यवस्था कर यहां पर पानी की व्यवस्था करवाई है। सरकारी स्तर पर यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है।

धीरज महेन्द्रू

व्यापारी

इस मार्केट में फैली समस्याओं के कई बार हम लोगों ने गुहार लगाई है। कुछ दिन तो सब ठीक रहता है लेकिन फिर वही हाल हो जाता है।

सुनील

व्यापारी

Posted By: Inextlive