- पत्रकारिता व जनसपंर्क विभाग बीएचयू के डॉ ज्ञान प्रकाश ने प्रॉक्टर पद से दिया इस्तीफा

- चीफ प्रॉक्टर को भेजे गये त्यागपत्र में फैकेल्टी डीन व हेड पर लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप

VARANASI

बीएचयू के पत्रकारिता व जनसंपर्क विभाग में चल रही अंदरूनी राजनीति एक बार फिर से उजागर हुई है। मामला विभाग की अध्यापक डॉ शोभना नार्लिकर के दलित उत्पीड़न से जुड़ा है। मामले में गवाह बने विभाग के डॉ ज्ञान प्रकाश मिश्र जो प्रॉक्टोरियल बोर्ड के मेंबर भी हैं। अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। चीफ प्रॉक्टर को भेजे गये अपने त्यागपत्र में उन्होंने आ‌र्ट्स फैकेल्टी के डीन प्रो कुमार पंकज व हेड डॉ अनुराग दवे पर उन्हें डॉ नार्लिकर केस में गवाही देने से रोकने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। डॉ ज्ञान प्रकाश ने अपने त्यागपत्र में कहा कि उन पर प्रो कुमार पंकज व डॉ अनुराग दवे अनावश्यक रूप से दबाव बना रहे हैं और एसीआर खराब करने की धमकी भी दे रहे हैं। जिससे मैं मानसिक रूप से उत्पीडि़त महसूस कर रहा हूं।

मुझे प्रताडि़त किया जा रहा है

डॉ ज्ञान प्रकाश ने आरोप लगाया है कि मुझे एक दलित महिला के साथ हुई उत्पीड़न की घटना से अलग रखने के लिए प्रताडि़त किया जा रहा है। मुझ पर झूठे आरोप भी लगाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रॉक्टोरियल बोर्ड का भी मेंबर हूं। पर मैं अपनी खुद की सुरक्षा करने में असमर्थ हूं। इसी के चलते मैं अपने प्रॉक्टर पद से इस्तीफा दे रहा हूं। बताते चलें कि पिछले दिनों विभाग की डॉ शोभना नार्लिकर ने आ‌र्ट्स फैकेल्टी डीन प्रो। कुमार पंकज पर दलित उत्पीड़न, दु‌र्व्यवहार व धमकी देने का आरोप लगाया था। पुलिस ने उनकी शिकायत पर एफआईआर भी दर्ज किया था। डॉ। शोभना ने पुलिस को दिये गये अपने तहरीर में आरोप लगाया था कि डीन ने उनको भद्दी गालियां देने के साथ ही जान से मरवाने की धमकी दी। साथ ही जातिसूचक शब्द का भी इस्तेमाल किया था। डॉ ज्ञान प्रकाश के इस्तीफे के बाबत बीएचयू के पीआरओ डॉ राजेश सिंह से बात करने पर उन्होंने इस मामले में कुछ भी पता होने से इंकार कर दिया।

वर्जन

डॉ। शोभना नार्लिकर के प्रकरण की जांच हाईकोर्ट के जज कर रहे हैं। जांच कमेटी इस मामले में हमारा बयान भी ले चुकी है। रही बात एसीआर की वह भी हमारे हाथ से निकल चुका है। दरअसल यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने पिछले दिनों प्रमोशन के लिए चयन समिति बुलाई थी। अर्ह न होने के कारण डॉ। ज्ञान प्रकाश मिश्र को इंटरव्यू में नहीं बुलाया गया। इससे नाराज होकर उन्होंने मेरे ऊपर आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया।

प्रो। कुमार पंकज, डीन

आ‌र्ट्स फैकल्टी

Posted By: Inextlive