-बीएचयू में असंवैधानिक तरीके से रिजर्वेशन लागू करने का आरोप लगाते हुए दिया था धरना

-ओबीसी व एससी-एसटी का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए कमेटी गठित

VARANASI

बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन ने ओबीसी, एससी-एसटी का 49.5 परसेंट प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने संबंधी मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया है। इसके लिए पुरानी कमेटी भंग करते हुए चार सदस्यीय नई कमेटी गठित की गई, जिसमें ओबीसी व एससी-एसटी के मेंबर्स को भी शामिल किया जाएगा। बीएचयू के रिसर्च इंट्रेंस टेस्ट (रेट) में आरक्षण प्रावधानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए छात्र सोमवार को सेंट्रल ऑफिस पहुंचे। ओबीसी, एससी-एसटी संघर्ष समिति व एससी, एसटी छात्र कार्यक्रम आयोजन समिति के नेतृत्व में यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए छात्र मेन गेट पर ताला जड़कर वहीं धरने पर बैठ गए।

वीसी से मिले छात्र

इस बीच यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से कई बार छात्रों से बातचीत की कोशिश की गई, लेकिन आंदोलनकारी छात्र वीसी प्रो। राकेश भटनागर से मिलने की मांग पर अड़े रहे। ऑफिस बंद होने के बाद छात्र वीसी हाउस की ओर कूच कर गए। वीसी आवास के सामने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। इस बीच छात्रों का प्रतिनिधिमंडल वीसी से मिला। छात्रों की मांग पर पुरानी कमेटी भंग कर दी गई। वहीं 49.5 परसेंट का संवैधानिक प्रतिनिधित्व लागू करने के लिए प्रो। लालचंद प्रसाद की अध्यक्षता में प्रो। महेश प्रसाद अहिरवार, प्रो। नागेंद्र कुमार, प्रो। जेबी कुमरैया की सदस्यता वाली चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। इस बीच छात्रों ने अन्य मांगें भी रखी, जिस पर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया। छात्रों के प्रतिनिधिमंडल में रविंद्र प्रकाश भारती, रामायण पटेल, अर्चना बौद्ध, प्रीति हंसदा, भुवल यादव, कृष्ण कुमार यादव, चंदन सागर, विनय संघर्ष, शशिकांत सोनकर, नितीश कुमार व राहुल भारती शामिल थे।

सभी कैटेगरी का संवैधानिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए नई कमेटी गठित की गई है, जो विभिन्न विभागों में रिजर्वेशन के प्रावधानों के हिसाब से सीटों के बंटवारे पर नजर रखेगी।

डॉ। राजेश सिंह, पीआरओ

Posted By: Inextlive