एसडीएम की जांच रिपोर्ट के आधार पर सीडीओ ने किया दावा

भोपतपुर निवासी 70 वर्षीय राम किशोर गुप्ता की मौत भुखमरी के कारण नहीं बल्कि बीमारी के चलते हुई है। यह दावा प्रभारी जिलाधिकारी/सीडीओ आंद्रे वामसी ने एसडीएम सोरांव की जांच रिपोर्ट के आधार पर किया है। उनका कहना है कि मृतक ने अपनी नाबालिग बेटी के नाम पर एक लाख रुपए का फिक्स्ड डिपॉजिट करा रखा है।

भुखमरी से मौत का मामला उठा था

विकास खण्ड मऊआइमा गांव भोपतपुर के 70 वर्षीय राम किशोर गुप्ता की मौत पर भुखमरी का मुद्दा एक बार फिर उठा था। दावा किया गया था कि उसके पास खाने का इंतेजाम नहीं था। इसी के चलते उसने दम तोड़ दिया। भुखमरी से मृत्यु की सूचना मिलने पर प्रभारी जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने एसडीएम सोरांव बृजेन्द्र द्विवेदी को मौके पर जाकर जांच करने का निर्देश दिया। एसडीएम ने अपनी जांच रिपोर्ट में बताया कि राम किशोर गुप्ता अस्थमा की गंभीर बीमारी से पीडि़त थे और उनकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। श्री गुप्ता कई वषरें से अस्थमा से बीमार चल रहे थे तथा उनका इलाज भी चल रहा था। एसडीएम द्वारा बताया गया कि श्री गुप्ता के घर में पर्याप्त खाद्य सामग्री थी तथा प्रत्येक माह 30 किग्रा खाद्यान्न कोटे से नियमित रूप से मिल रहा है। इसकी पुष्टि वर्तमान तथा पूर्व ग्राम प्रधानों ने भी किया।

किश्तों में बेच दी थी जमीन

एसडीएम ने बताया कि श्री गुप्ता के पास डेढ़ बीघा जमीन थी जिसको इन्हाेंने दो भागों में बेच दिया था अभी एक भाग का कुछ पैसा मिलना बाकी है। श्री गुप्ता के पास वर्तमान में 3 कमरों का बरामदा युक्त पक्का मकान है तथा निजी इंडिया मार्का हैण्डपम्प भी है। 13 वर्षीय नाबालिग बेटी के नाम 1 लाख रुपया फिक्स डिपॉजिट भी है।

Posted By: Inextlive