महिला संगठन भूमाता ब्रिगेड के शनि शिंगणापुर मंदिर के गर्भ ग्रह में घुसने के प्रयास को पुलिस ने विफल कर दिया है। हांलाके महिलाओं के प्रवेश पर लगी रोक को कई हस्‍तियों ने अनुचित बताया है और अब अखाड़ा परिषद के अध्‍यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने भी कहा है कि ऐसा करना गलत है।


प्रयास विफल पर सर्मथन बढ़ा


मंगलवार को शनि शिंगणापुर मंदिर में भूमाता ब्रिगेड की प्रवेश की कोशिश असफल रही है क्योंकि पुलिस ने उनके प्रयास को रोक दिया। परंतु अब महिलाओं के मंदिर में प्रवेश को गलत बताने वालों की ओर से समर्थन मिलने लगा है। खबरों के अनुसार अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि देश के किसी भी मंदिर में महिलाओं को प्रवेश से रोकना नहीं चाहिए। अपने एक बयान में उन्होंने कहा, ' मेरा मानना है कि महिलाओं को किसी भी मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्हें रोकना गलत है। चाहे वो पुरुष हो या महिलाएं यह उनका अधिकार है कि वो किसी भी मंदिर में प्रवेश कर सकें।' मालूम हो कि शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर विवाद बढ़ गया है और इसके विरोध में मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की परंपरा को तोड़ने के लिए भूमाता ब्रिगेड मंदिर का घेराव करने पहुंची थी। ब्रिगेड ने दावा किया था कि वो मंदिर में प्रवेश करेंगी लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।फड़नवीस ने बातचीत से हल निकालने की बात कही श्री श्री रविशंकर ने भी किया सर्मथन

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा है कि महिलाओं को पूजा करने का अधिकार है। उन्होंने शनि मंदिर प्रशासन व महिला कार्यकर्ताओं को बातचीत से इसका हल निकालने को कहा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म महिलाओं को पूजा का अधिकार देता है। आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने शनि मंदिर में महिला कार्यकताओं प्रवेश के अभियान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि उनका आंदोलन उचित है और हमारे शास्त्रों में महिला श्रद्धालुओं से भेदभाव को लेकर किसी तरह की पाबंदी नहीं है। अगर पुरुष प्रवेश कर सकते हैं तो महिलाएं भी कर सकती हैं। महिलाओं व पुरुषों को समान अधिकार हैं। कुछ साल पहले महिलाओं को गायत्री मंत्र पढऩे की इजाजत नहीं थी, लेकिन अब वे वेद पढ़ रही हैं।

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Posted By: Molly Seth