- आज सुबह से सूर्यास्त के बाद तक प्रभावी रहेगा सौभाग्य योग

- शुभ मुहूर्त सुबह 10.45 से रात 8.21 बजे तक रहेगा प्रभावकारी

>BAREILLY: रक्षाबंधन के बाद भाई दूज एक ऐसा पर्व है जो भाई-बहन के अटूट बंधन और स्नेह को जाहिर करता है। अन्नकूट के अगले दिन यानि ट्यूजडे को भैया दूज सेलीब्रेट होगा। जिसमें बहनें भाई के दीर्घायु की कामना करेंगी। बहन अपने भाई को रोली और अक्षत का तिलक लगाकर दीर्घायु का आशीर्वाद देती हैं। इसके बाद भाई बहन को उपहार देते हैं। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को मनाए जाने वाले इस पर्व को यम द्वितीया भी कहा जाता है। इस दिन विशेष सौभाग्य योग का शुभ संयोग बन रहा है।

अभिजीत मुहूर्त में करे पूजन

ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक शुभ मुहूर्त में पूजन करने से भाई-बहन के रिश्ते मधुर होते हैं। वहीं जब सौभाग्य योग का संयोग हो तो क्या कहने। इस दिन सौभाग्य योग पूरे दिन प्रभावी रहेगा। ऐसे में सुबह 10.45 से रात 8.21 बजे तक बहन भाई का पूजन कर सकती हैं। बड़े भाई को लाल और छोटे भाई को पीले आसन पर बैठा कर तिलक लगाकर आरती उतारें। ऐसा करने से दीर्घायु होने समेत जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। एक दूसरे से दूर रहने वाले भाई-बहन ऑनलाइन भाई को तिलक और आरती उतार सकती हैं।

ऐसे करें पूजन

भाई बहन सुबह शुभ मुहूर्त में स्नान कर यमुना और यम के पूजन की थाल तैयार करें। बहन अपने भाई का टीका लगाकर आरती करें। बहनें खुद ही भोजन बनाकर भाई को अपने हाथ से भोजन कराए तो, भाई की आयु बढ़ती है। और जीवन में आने वाले सभी कष्ट दूर होते है। पूजा की थाली यथा स्थिति के अनुसार सजाई जा सकती है। जिसमें मुख्य रूप से मिठाई, गिफ्ट, नारियल, पकवान, रोली, खिलौने, फूल, आरती का दीपक और अक्षत का होना जरूरी है।

अभिजीत मुहूर्त में पूजन करना अति उत्तम है। जो बहन सच्चे मन से पूजा करती है उसके भाई की उम्र बढ़ती है। जीवन में आने वाले सारा कष्ट दूर होता है।

पं। राजीव शर्मा, ज्योतिषाचार्य, बाला जी ज्योतिष संस्थान

Posted By: Inextlive