आज का यूथ स्लैंग या फिर गालियों को एक्सेप्ट करना जानता है. और फिर आमिर खान ने तो पहले ही कह दिया था कि देलही बेली मूवी आज की जेनरेशन के लिए है. हमारा तो माइंड मेकअप ही था इसके लिए. यह कहना है शुक्रवार को रिलीज हुई मूवी देलही बेली देखने आए एक यंग ग्रुप का.


दरअसल शुक्रवार को एक तरफ यूथ की नब्ज को अपने हाथ में पकड़कर रखने वाली मिस्टर परफेक्शनिश्ट की फिल्म देलही बेली थी तो दूसरी तरफ हर उम्र को मात देने वाले बिग बी की फिल्म बुड्ढा होगा तेरा बाप। लेकिन कहते हैं न कि जमाना यूथ का है और यही वजह है कि पहले दिन बिग बी पर मिस्टर परफेक्शनिश्ट हावी रहे। खुलकर गालियों और कुछ ऑकवर्ड सीन के बावजूद यूथ ने इस फिल्म को इंज्वाय किया। चलने की पूरी उम्मीद है


वेव मल्टीप्लेक्स के सिनेमा मैनेजर प्रांजल कहते हैं कि देलही बेली की ओपनिंग काफी अच्छी रही जबकि बुड्ढा होगा तेरा बाप डाउन रही। देलही बेली में गाली के बावजूद लोग इसीलिए आ रहे हैं क्योंकि आज की डेट में अब फिल्मों में गालियों का होना बड़ी बात नहीं रह गई है। वहीं पीवीआर के सिनेमा मैनेजर आशीष ने बताया कि देलही बेली 55 परसेंट रही तो बुड्ढा 25 से 30 परसेंट तक ही रही। ज्यादा लोग देलही बेली देखने के लिए ही आ रहे हैं। खूब पसंद आ रही है

प्रतिभा सिनेमा के असिस्टेंट मैनेजर ओमकार सिंह कहते हैं कि देलही बेली को अच्छा रिस्पांस मिला है। फैमिलीज भी देखने आ रही हैं, लेकिन कुछ लोगों ने लैंगवेज को लेकर आपत्ति की जबकि यूथ फिल्म को बहुत पसंद कर रहे हैं। वहीं आई नॉक्स के आकाश खत्री कहते हैं कि दोनों फिल्मों के कम्पेरिजन में देलही बेली को अच्छा रिस्पांस मिला है। वहीं बुड्ढा होगा अभी फिलहाल स्लो जा रही है। फिल्म में गालियों की वजह से फैमिलीज थोड़ी कम हैं, लेकिन यंगस्टर्स की काफी भीड़ है। आरजे विपुल जो देलही बेली देखने अपने फ्रेंड्स के साथ गये थे का कहना है कि फिल्म वन टाइम मस्ट वॉच है, लेकिन मैं तो यही कहूंगा कि सिर्फ यूथ के लिए। जिस तरह की लैंगवेज फिल्म में यूज की गई है और कुछ सीन हैं उसे फैमिली के साथ शायद कोई देखना नहीं पसंद करेगा। लेकिन आज यूथ की जो लाइफ है, यह फिल्म उस पर पूरी तरह से खरी उतरती है और यही वजह है कि यूथ इस फिल्म को बहुत इंज्वाय करेंगे। फिल्म में एक भी जगह बीप नहीं है। यही वजह है कि गल्र्स भी इस फिल्म को देखते हुए असहज महसूस कर सकती हैं। उम्मीद से हट के

बैंक इम्प्लाय विशेष कपूर कहते हैं कि पा में अमिताभ ने जिस अंदाज में परदे पर काम किया उसके बाद इस फिल्म को देखकर काफी निराशा हुई। जो उम्मीद थी उससे बिल्कुल अलग फिल्म है। हम तो सिर्फ अमिताभ बच्चन के नाम पर हाल तक चले आते हैं, लेकिन इस बार हमें निराशा ही हुई।

Posted By: Inextlive