बिहार विधानसभा चुनाव के लिए इन दिनों वहां प्रचार-प्रसार काफी तेजी से चल रहा है। इस दाैरान शुक्रवार को चिराग ने सीएम नीतीश की की सात निश्चय योजना को बिहार के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला बताया।


पटना (एएनआई)। बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार प्रसार में लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के प्रमुख चिराग पासवान ने शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार और उनकी योजनाओं पर निशाना साधा है।उन्होंने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है। जो भी इस सात निश्चय से जुड़ा है, उसकी जांच की जाएगी और कार्रवाई की जाएगी। मैं यह कहता हूं कि यह योजना बिहार के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला है और इसकी पूरी जांच होनी चाहिए। चिराग ने कहा, बस जांच के कारण वे डर में हैं। नीतीश कुमार क्यों डर गए हैं जब हम सिर्फ जांच की बात कर रहे हैं। इतना ही नहीं चिराग ने मुंगेर गोलीबारी की घटना पर भी प्रतिक्रिया दी और इस प्रकरण के लिए नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया।बिहार में अपराधिक घटनाएं बढ़ीं
बिहार में इस प्रकार की घटनाएं बढ़ी हैं। मेरे लोकसभा क्षेत्र, जमुई में भी इस तरह की घटनाओं का सामना करना पड़ा है। यदि राज्य के मुख्यमंत्री की सोच जाति व्यवस्था पर केंद्रित है, तो हम क्या उम्मीद कर सकते हैं।यह वोट बैंक की राजनीति में लिप्त होने के लिए सोशल इंजीनियरिंग करने का एक प्रयास है। मुख्यमंत्री इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। आयकर ने गुरुवार को 15 स्थानों पर छापा मारा, जो दो ठेकेदारों से संबंधित थे, जो जल नल योजना से जुड़े हैं। बिहार में 2015 के विधानसभा चुनावों से पहले करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये की सात निश्चय योजना की घोषणा नीतीश कुमार ने की थी। यह चुनाव उन्होंने राजद और कांग्रेस के साथ महागठबंधन के हिस्से के रूप में भाजपा के खिलाफ लड़ा था। पीएम को समर्थन देने का वादा किया बिजली, सीवेज कनेक्शन, शौचालय, पीने के पानी और धातु सड़कों, किसान के खेत में पानी योजना के हिस्से थे जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज का मुकाबला करने के लिए लॉन्च किया गया था। लोजपा के प्रमुख पासवान एनडीए के पूर्व सहयोगी नीतीश कुमार की आलोचना में मुखर रहे हैं, जो राजग के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। हालांकि उन्होंने खुद को मोदी का हनुमान बताते हुए, प्रधानमंत्री को समर्थन देने का वादा किया है। बिहार में विधानसभा चुनावों के पहले चरण के मतदान में 55.69 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें 2015 की तुलना में मतदान प्रतिशत बेहतर है। बिहार में दो और चरणों के चुनाव होंगे और परिणाम 10 नवंबर घोषित किए जाएंगे।

Posted By: Shweta Mishra