एक ओर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति स्टूडेंट्स के अच्छे अंक के लिए ओएमआर पैटर्न से परीक्षा लेने का निर्णय लिया है वहीं दूसरी ओर पहले से पास मैट्रिक और इंटर के स्टूडेंट्स अंक पत्र और प्रमाण पत्र सुधारने के लिए बोर्ड ऑफिस का चक्कर काट रहे हैं.

PATNA: काम कछुआ गति से करने का आरोप लगाया गया है। रोजना सैकड़ों स्टूडेंट्स और उनके अभिभावक बोर्ड ऑफिस के निराश होकर लौटते हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पास कई दिनों से विभिन्न जिलों से आए स्टूडेंट्स अपनी समस्या को लेकर आ रहे थे। मुआयना करने के लिए जब हमारी टीम बोर्ड ऑफिस पहुंची तो वहां सैकड़ों स्टूडेंट अंक पत्र और प्रमाण पत्र में सुधार करवाने के लिए भटक रहे थे। आज पढि़ए स्पेशल स्टोरी

 

नाम में है गलती

मुंगेर से आए रंजीत कुमार बताते हैं कि मैट्रिक परीक्षा के मार्कशीट में सुधार करवाने के लिए पिछले म् महीने से बोर्ड ऑफिस का चक्कर काट रहे हैं। मगर यहां सुनने वाला कोई नहीं है। हर बार बाद में आने की बात कहकर टाल दिया जाता है। अगर समय पर नाम में सुधार नहीं हुआ करियर चौपट हो जाएगा।

 

पिता का नाम बदल गया

अरवल जिला से आए शत्रुघ्न कुमार बताते हैं कि पिता के नाम में सुधार के लिए ख्0क्ब् में आवेदन किए थे। मगर फ् साल बाद भी आज तक नाम नहीं सुधर पाया। अंक पत्र में सुरेन्द्र की जगह विरेन्द्र हो गया है। जब भी काउंटर पर जाते हैं तो सिर्फ तारीख मिलती है। ये सिलसिला आज तक चल रहा है। सुधार नहीं हुआ तो करियर बर्बाद हो जाएगा।

 

करियर खतरे में है

भोजपुर से आए मो.अली ने बताया कि बोर्ड की पूरी व्यवस्था चौपट है। यहां सुनने वाला कोई नहीं है। मैट्रिक एग्जाम के एडमिट कार्ड में रोल नंबर साफ-साफ नहीं दिख रहा है। आर्मी की परीक्षा में एडमिट कार्ड की सत्यापित कॉपी अधिकारी मांग रहे हैं। बोर्ड में सत्यापित करने के लिए कोई तैयार नहीं है इससे करियर खतरे में है।

 

सर्टिफिकेट में गलती

मुंगेर से आए रिजवान ने बताया कि अपने बेटे के मार्कशीट और सर्टिफिकेट में नाम सुधारने के लिए दो महीने पहले आवेदन किया था। आज तक नाम में सुधार नहीं हो पाया। काउंटर पर जाते ही 'बाबू' कहने लगते हैं कि ख्0क्7 का अभी काम नहीं हो रहा है, बाद में आना। आखिर जाएं तो जाएं कहां?

 

बिहार बोर्ड में व्यवस्थित ढंग से काम हो रहा है। अंक पत्र सुधार का काम भी सही ढंग से हो रहा है। एक-दो केस अगर पहले से पेंडिंग है तो उसमें स्टूडेंट की निश्चित रूप से गलती होगी।

-राजीव द्विवेदी, पीआरओ

Posted By: Inextlive