बिहार विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस राज्य में नेतृत्व में बदलाव पर विचार कर रही है। बदलाव की चर्चा के बीच बिहार के कांग्रेस नेताओं और विधायकों को बुधवार को राहुल गांधी से मिलने दिल्ली बुलाया गया। राहुल गांधी वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों और भविष्य की नीतियों पर चर्चा करेंगे।


नई दिल्ली (आईएएनएस)। बिहार में पार्टी संगठन में बदलाव की चर्चा के बीच बिहार के कांग्रेस नेताओं और विधायकों को बुधवार को राहुल गांधी से मिलने दिल्ली बुलाया गया। पिछले साल के विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस राज्य में नेतृत्व में बदलाव पर विचार कर रही है। राज्य में कांग्रेस का नेतृत्व मदन मोहन झा कर रहे हैं और राजद के साथ गठबंधन और 70 सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद, पार्टी राज्य में 20 सीटों को पार नहीं कर सकी। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मीरा कुमार ने कहा, 'बैठक इस बात पर चर्चा करने के लिए है कि राज्य में पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व पर भरोसा
बिहार में शीर्ष पद के लिए कांग्रेस के कई नेता मैदान में हैं, लेकिन पार्टी अनुसूचित जाति से किसी को नियुक्त करने पर विचार कर रही है। सूत्रों ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके सहयोगी कांग्रेस के कुछ विधायकों और कांग्रेस के संपर्क में हैं। शीर्ष नेताओं ने विकास के बारे में सीखा। हालांकि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इस तरह के किसी भी घटनाक्रम से इनकार किया है। बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा हमारे विधायक और सांसद हमारे साथ हैं और उन्हें कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व पर भरोसा है।शीर्ष नेताओं ने राहुल गांधी से मिलने की इच्छा व्यक्त की इसके साथ ही मदन मोहन झा ने यह भी कहा कि हमारे विधायकों, एमएलसी, सांसदों और पूर्व सीएलपी नेताओं और राज्य के अन्य शीर्ष नेताओं ने राहुल गांधी से मिलने की इच्छा व्यक्त की थी और उन्होंने हमें 7 जुलाई को समय दिया था। रोहतास के चेनारी से कांग्रेस विधायक मुरारी गौतम ने आईएएनएस को बताया हमारी कार्यकारिणी की बैठक सात जुलाई को होनी है, जहां हम बिहार की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों और भविष्य की नीतियों पर अपने नेता राहुल गांधी के साथ चर्चा करेंगे।

Posted By: Shweta Mishra