RANCHI: राज्य के पूर्व सीएम और झारखण्ड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कमाल कर दिया है। उन्होंने बिहार और झारखण्ड के बीच बंटवारे से लेकर अब तक चल रहे जमीन के नक्शा विवाद को हल करने में बहुत बड़ी भूमिका अदा की है। मरांडी की गुजारिश पर बिहार सरकार ने झारखंड को उसकी जमीन के नक्शे वापस करने का ऐलान किया है। यह जानकारी झाविमो के प्रधान महासचिव प्रदीप यादव ने दी है। उन्होंने बताया कि बाबूलाल मरांडी ने इस संबंध में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर बातचीत की थी। उन्होंने कहा था कि झारखंड से जुड़े नक्शे राज्य को वापस कर दिए जाएं। उनकी बात नीतीश कुमार ने मान ली है।

सीमावर्ती इलाके के लोगों को थी परेशानी

बिहार सरकार के पास लगभग 8भ्00 नक्शे पड़े हुए हैं, जो झारखण्ड के हैं। ऐसे में सीमावर्ती इलाकों के निवासियों को समस्या हो रही है। हाल ही में साहिबगंज जिले के दियारा के लोगों की लगभग ख्000 एकड़ जमीन पर बिहार के किसानों ने अपना दावा ठोंक दिया। नक्शे की गैर मौजूदगी की वजह से उस जमीन के मालिक भी कुछ नहीं कर पा रहे थे। हालांकि मामला फिलहाल शांत है, लेकिन इस तरह की समस्याओं से वहां के लोगों का अक्सर सामना हो रहा है। बिहार सरकार का तर्क था कि जब तक परिसंपत्तियों के बंटवारे की देनदारी का मामला क्लियर नहीं होता, तब तक नक्शे बिहार में रहेंगे।

विफल रही हैं सारी सरकारें

प्रदीप यादव ने कहा कि इन नक्शों की गैर मौजूदगी का खामियाजा सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोग झेल रहे हैं। फिलहाल ये नक्शे पटना के गुलजारबाग स्थित स्टेट प्रिंटिंग प्रेस में रखे हुए हैं। इनको लेकर पिछली सभी सरकारों ने काफी कोशिश की, लेकिन बिहार सरकार टस से मस नहीं हुई। बिहार सरकार का कहना था कि जब तक राज्य विभाजन से जुड़े अन्य मुद्दों को हल नहीं किया जाएगा, तब तक नक्शे झारखण्ड सरकार को नहीं सौंपे जाएंगे।

फीगर स्पीक्स

8भ्00

नक्शे हैं बिहार के पास

ख्000

एकड़ जमीन पर बिहार के किसानों का है दावा

Posted By: Inextlive