हाथी के नाम कर दी 5 करोड़ की जायदाद, कभी इसी ने बचाई थी जान
पटना (एएनआई)। बिहार में एक व्यक्ति ने अपने दो हाथियों को अपनी संपत्ति का आधा हिस्सा दे दिया। इन हाथियों ने इस आदमी को नई जिंदगी दी थी। एशियाई हाथी पुनर्वास और वन्यजीव पशु ट्रस्ट (एरावत) के मुख्य प्रबंधक अख्तर इमाम ने कहा कि वह 12 साल की उम्र से हाथियों की देखभाल कर रहे हैं। इमाम ने कहा, 'एक बार, मेरे खिलाफ हत्या का प्रयास किया गया था। उस समय हाथियों ने मुझे बचाया। जब पिस्तौल से लैस कुछ बदमाशों ने मेरे कमरे में घुसने की कोशिश की तो मेरा हाथी तेजी से चिल्लाने लगा। इसने मुझे जगा दिया और मैंने अलार्म बजा दिया जिसके कारण बदमाश भाग गए।'परिवार वालों से है डर
इमाम कहते हैं कि मोती और रानी नाम के दो हाथी उनके लिए परिवार की तरह हैं और वह उनके बिना नहीं रह सकते। हालांकि, इस शख्स का दावा है कि वह अपने परिवार के सदस्यों से अपने दो हाथियों को जमीन हस्तांतरित करने के बाद अपने जीवन के लिए खतरा होने का डर है। परिवार में किसी विवाद के चलते इमाम की पत्नी और बेटे पिछले 10 सालों से उनसे दूर रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने कथित तौर पर उनके खिलाफ एक गलत मामला दर्ज किया था और उन्हें जेल जाना पड़ा था। आखिरकार उनके खिलाफ लगाए गए आरोप गलत साबित होने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।हाथियों के नाम किए 5 करोड़ रुपयेइमाम ने कहा कि उनके बेटे मेराज ने तस्करों को हाथी बेचने की कोशिश की थी, लेकिन सौभाग्य से पकड़ा गया। इमाम का कहना है कि उसने अपनी संपत्ति का आधा हिस्सा अपनी पत्नी को दिया है और हाथियों को 5 करोड़ रुपये की संपत्ति का हिस्सा देकर कहा है कि अगर हाथी मर जाता है तो पैसा ऐरावत संगठन को जाएगा।