कोरोना वायरस संकट के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रवासी मजदूरों की परेशानियों का जिक्र किया। इसके साथ ही वायरस के प्रति ग्रामीणों की जागरुकता की प्रशंसा की।

पटना (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि जो प्रवासी मजदूर काम के लिए दूसरे राज्यों में गए थे, वे काफी संकट में थे, क्योंकि काम करने वाले उनकी देखभाल नहीं करते थे। उन्होंने कहा कि जो लोग वापस आना चाहते थे उनमें से अधिकांश वापस आ गए हैं। नीतीश कुमार बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस पर पंचायत और स्थानीय निकाय प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने लोगों से कहा कि वे वायरस से न डरें बल्कि इसके प्रति सतर्क और सतर्क रहें।

गांवों के लोगाें में कोरोना वायरस के प्रति दिखी जागरूकता

लॉकडाउन लागू करने में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कुमार ने कहा कि लोगों ने अधिकारियों को अपना पूरा समर्थन दिया। गांवों में इतनी जागरूकता थी, कि लोग किसी बाहरी व्यक्ति को अनुमति नहीं देते थे। उन्होंने पंचायत और स्थानीय निकाय प्रतिनिधियों से अपील की कि वे लोगों को मास्क पहनना और कोरोनो वायरस को दूर करने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। इस बारे में लोगों को जागरूक करें। हमारी सरकार गांवों में हर परिवार को मुफ्त में 4 मास्क और साबुन प्रदान करेगी। शहरी क्षेत्रों में गरीबों को भी मुफ्त में मास्क प्रदान किए जाएंगे।

Posted By: Shweta Mishra