-युवाओं से ज्यादा बुजुगरें ने किया मतदान

- बिहार विधान सभा के पांचवी चरण में दरभंगा ग्रामीण विधान सभा

DHARBHANGA / PATNA: लोकतंत्र के महापर्व में जो जोश और ऊर्जा युवाओं में दिख रहा है उससे कम जोश और उत्साह नहीं है शतायु हो चुके लोगों में। क्00 की उम्र पार कर चुके ऐसे कई लोग दरभंगा के बूथों पर पहुंचे और मजबूत लोकतंत्र के लिए वोट किया। अधिकांश का कहना था कि भले ही हड्डियां कमजोर हो चली हैं, लेकिन उत्साह कम नहीं हुआ है।

मेरा वोट कीमती है

दरभंगा जिले के गंगौली टोला निवासी तिला देवी क्0फ् साल की हैं। एक पांव में चोट लगी है जिससे पैर काम नहीं कर रहा है, फिर भी बूथ पर मतदान करने पहुंची, उन्होंने बताया बदलाव के लिए मतदान जरूरी है। एक मत से किसी की हार और जीत का फैसला हो सकता है।

चेहरे पर दिख रहा था कंफिडेंस

क्0म् साल की इन्द्रकला देवी बोल और सुन नहीं सकती। उन्होंने पहले जाकर मतदान किया। उनके चेहरे का भाव ये बताने के लिए काफी था कि वोट देने का कितना बड़ा संतोष उनके मन में था। वह उत्साह और कंफिडेंट से भरी दिख रही थीं।

अब विकास के नाम पर

शारदापुर के कपिलेश्वर झा 97 साल के हैं एवं बाबू बिजली क्0क् साल के। उन्होंने बताया आजादी के बाद से लगातार मतदान करते आ रहे हैं। उस समय गांधी परिवार को वोट देते थे। अब विकास के आधार पर मतदान करता हूं। दोनों ने कहा कि वोट नहीं देंगे तो विकास की कल्पना कैसे करेंगे। विकास का रास्ता वोट से ही खुलता है। इसलिए सबको वोट करना चाहिए।

नई सरकार के लिए मतदान

क्0ख् साल की बौवा देवी बताती हैं कि हमारे एक मतदान से परिवर्तन हो सकता है। स्टेट में नई सरकार के गठन में हमारी भागीदारी हो, ये सोच कर किसी तरह बूथ पहुंची और मतदान किया। मेरे वोट से ही तस्वीर बदलेगी। मैंने जिसे वोट किया है वही जीतेगा।

पांच साल के बाद महापर्व

उजान के कमल झा (89 साल) बताते हैं कि लोकतंत्र का महापर्व पांच साल के बाद आएगा। हमारे एक मतदान से क्षेत्र के विकास को नया रूप मिलेगा। हमने अपना काम कर दिया जिसका अहसास नेताओं 8 नवंबर को होगा।

Posted By: Inextlive