पीएमसीएच में साइंटिस्ट और समाहरणालय में फैला कोरोना
- पटना में कोरोना के 229 नए मामले आए
PATNA : बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार को इसका आंकड़ा बढ़कर 17421 हो गया है। 1116 नए संक्रमित मिले हैं। इसमें पटना में 229 नए संक्रमितों के मामले मिले हैं। पटना में कोरोना संक्रमितों का आंकडा 2097 हो गया है। वहीं एनएमसीएच में एडमिट कोरोना पेशेंट पटना के 65 वर्षीय सुनील सिंह की मौत हो गई। पटना का रिकवरी रेट 55.8 प्रतिशत हो गया है। उधर, पटना में ट्रू नेट से भी जांच शुरु होने से अब कुल जांच की संख्या बढे़गी। एनएमसीएच में इससे 39 सैंपलों की जांच की गई। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की ओर से ट्रू नेट और एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था दुरुस्त करने की कमियों को दूर करने का प्रयास किया गया। समाहरणालय में पहुंचा कोरोनाकोरोना का खतरा लगातार बढ़ रहा है। सोमवार को पटना समाहरणालय के 14 स्टाफ के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसमें नौ क्लर्क और पांच गार्ड भी पॉजिटिव हुए हैं। सभी को आइसोलेशन सेंटर भेज दिया गया है।
कोरोना संक्रमण से डॉक्टर की मौतसोमवार को एम्स पटना में एडमिट कोरोना संक्रमित डॉक्टर अश्विनी कुमार (57) की मौत हो गई। यह बिहार में कोरोना संक्रमण से बिहार में डॉक्टर के मरने का पहला मामला है। वे दो जुलाई को एम्स पटना में एडमिट हुए थे। वे प्राइवेट प्रैक्टिस करने से पूर्व सेना में भी डीएसपी से रिटायर हुए थे। नोडल ऑफिसर डॉ। संजीव कुमार ने बताया कि एम्स पटना में 24 घंटे में तीन संक्रमितों की मौत हुई है। एक संदिग्ध के सैंपल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। सोमवार को विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह समेत 26 लोग इलाज के बाद ठीक होकर अपने घर लौट गए।
जांच करने वाले ही हुए संक्रमित पीएमसीएच में कोरोना सैंपल की जांच करने वाले माइक्रोबायोलाजी डिपार्टमेंट के दो सीनियर साइंटिस्ट और तीन लैब टेक्निशियन कोरोना संक्रमित मिले हैं। सोमवार को इन सभी की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसकी पुष्टि पटना मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ विद्यापति चौधरी ने की। पीएमसीएच में चंद घंटे में टूटी स्ट्राइकसोमवार को पीएमसीएच में मेडिकल पीजी के जूनियर डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार करते हुए काम रोक दिया। स्ट्राइक की जाने की सूचना मिलते ही पटना मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ विद्यापति चौधरी ने कहा कि ये सभी कोरोना से बचाव के लिए प्रोटेक्टिव किट आदि की मांग कर रहे थे। उन्हें समझाया गया और काम पर तुरंत लौटने का निर्देश दिया गया।
------ डॉक्टरों के लिए 200 बेड रिजर्व करने की मांग सोमवार को गया के एक डॉक्टर की मौत के बाद से बिहार चिकित्सा सेवा संघ (भासा) की ओर से कोरोना ड्यूटी में लगे सभी डॉक्टरों को इलाज के लिए अलग से व्यवस्था करने की मांग की गई है। इस बारे में भासा के महासचिव डॉ रणजीत कुमार ने कहा कि हमारी मांग है कि एम्स पटना में कम से कम 200 बेड डॉक्टरों के लिए रिजर्व हो। उन्होंनें सरकार पर आरोप लगाया कि कोरोना से संबंधित किसी भी पॉलिसी मेकिंग में डॉक्टरों या उनके संघ की कोई सहभागिता नहीं ली गई।