मनेर में बालू ढोने वाली छह नावें गंगा में डूबीं 50 मजदूरों ने तैरकर बचाई जान


पटना (ब्यूरो)। बिहार के कई हिस्सों में गुरुवार को 25 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चली और फिर कुछ देर बाद कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। कई जगहों पर ओले भी गिरे। इस दौरान राज्य में अलग-अलग जगहों पर विभिन्न घटनाओं में 25 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में मुजफ्फरपुर के पांच, भागलपुर के चार, लखीसराय-सारण के तीन-तीन, मुंगेर के दो तथा जमुई, बांका, बेगूसराय, खगडिय़ा, पूर्णिया, नालंदा, जहानाबाद व अररिया के एक-एक व्यक्ति शामिल हैैं। इस दौरान कई जगहों पर कच्चे घर और पेड़ गिर गए। इससे आवागमन के साथ-साथ विद्युत आपूर्ति पर भी असर पड़ा। आंधी-पानी से आम, लीची, मक्का, मूंग और सब्जी की फसल को काफी नुकसान हुआ। वहीं पटना के मनेर में बालू ढोने वाली छह नावें गंगा में डूब गई। लगभग 50 मजदूरों ने तैरकर अपनी जान बचाई। प्री-मानसून गतिविधियां सक्रिय
मौसम विज्ञानी आशीष कुमार की मानें तो वातावरण में नमी युक्त हवा का प्रवाह, तापमान में वृद्धि व मध्य बिहार से ट्रफ-रेखा गुजरने के कारण आंधी-बारिश हुई है। राज्य में प्री-मानसून गतिविधियां अब सक्रिय हो गई हैं। बीते कई दिनों से वायुमंडल के निचले स्तर पर पुरवा के प्रवाह से नमी की मात्रा में वृद्धि दर्ज की गई। वहीं, बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में मानसून का प्रवेश हो गया है। मौसम विज्ञानी के अनुसार पूर्व पश्चिम ट्रफ-रेखा उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश से उप हिमालयी पश्चिम बंगाल तक मध्य बिहार से होकर गुजर रही है। इसके प्रभाव से प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान कई जिलों में मेघ गर्जन व हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। इन सभी मौसमी प्रभाव को देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र पटना की ओर से येलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर रहने की चेतावनी दी गई है।

Posted By: Inextlive